नवादा से आलोक वर्मा की रिपोर्ट
नवादा जिले के वारिसलीगंज बढ़ते साइबर क्राइम को समूल नष्ट करने के खातिर नवादा पुलिस ने कमर कस लिया है। इसी कड़ी में गुरुवार को वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के चकवाय गांव में एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस, डीआईयू तथा स्वाट पुलिस की संयुक्त छापेमारी में 17 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इन ठगों के पास से 14 मोबाइल फोन, पांच एटीएम कार्ड, एक चेकबुक, एक पासबुक तथा एक लाख 35 हज़ार 716 रुपया नकदी बरामद किया गया है।
इस बाबत शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक डीएस साबलाराम ने वारिसलीगंज थाने में पत्रकार वार्ता कर मामले से संबंधित जानकारी दी। एसपी के कहा कि मिल रही सूचनाओं के आधार पर पहले वेरिफाई करवाया गया, उसके बाद पुलिसकर्मियों की टीम गठित कर गुरुवार शाम में वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के चकवाय गांव स्थित बधार में छापेमारी की गई। इस दौरान बधार में बैठकर साइबर अपराध से जुड़े लोग देश के विभिन्न हिस्सों के लोगो को मोबाईल फोन के माध्यम से राशि ठगते 17 लोगो को गिरफ्तार कर थाना लाया गया। बाद में सघन पूछताछ के क्रम में अपराधियों ने विभिन्न ठगी मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया।
गिरफ्तार अपराधियों के पास से ठगी में प्रयुक्त देश के विभिन्न प्रदेशों के लोगो का नाम एवं मोबाईल नम्बर लिखा ग्राहक लिस्ट, 14 मोबाईल, पांच एटीएम कार्ड, एक चेक बुक, एक पासबुक तथा 01 लाख 35 हज़ार 716/-रुपये नकदी बरामद किया गया। साथ ही पूछताछ के क्रम अपने अन्य कई ठग साथियों का नाम भी पुलिस के समक्ष कबूल किया है। जिसके आलोक में लगातार छापेमारी की जाएगी। एसपी ने पत्रकारों से कही की जब तक क्षेत्र से साइबर अपराध का समूल खात्मा नहीं हो जाता है तब तक पुलिस छापेमारी जारी रहेगी। छापेमारी के दौरान गिरफ्तार आरोपियों में चकवाय ग्रामीण प्रहलाद कुमार, सूचित कुमार, अनिल प्रसाद, बाल कर्ण उर्फ नवलेश प्रसाद, सविंद्र कुमार, आनंद कुमार, दीपक कुमार, नीरभू कुमार, कार्तिक कुमार, रौशन कुमार, सचिन कुमार, रामु कुमार प्रमोद कुमार, सुजीत कुमार, गौतम कुमार एवं रतन कुमार शामिल हैं। पुलिस द्वारा बताया गया की साइबर ठग देश के विभिन्न प्रदेशों के लोगो का मोबाईल नम्बर एकत्रित कर विभिन्न प्रकार का ईमान देने या जीतने के अलावे कोरोना काल में आवश्यक दवाइयों की आपूर्ति करने, मोबाइल टावर लगवाने, गैस एजेंसी तथा पेट्रोल पंप आबंटित करवाने आदि का झांसा देकर भोले भाले लोगो से राशि को बैंक खाता में मंगाकर ठगी करते हैं।