शाहाबाद के विकास के लिए झारखंड से आएंगे राजनेता
ऐतिहासिक रोहतासगढ़ किला में हो रहा है आयोजन
अनूप नारायण सिंह
मिथिला हिन्दी न्यूज :- अपनी गौरवशाली इतिहास और सांस्कृतिक विरासत को याद करते हुए पर्यटन को बढावा देने के लिए आगामी 4-5 दिसम्बर को रोहतासगढ़ किला परिसर में शाहाबाद के बुद्धिजीवी, राजनेता, नौकरशाह, साहित्यकार एंव कला संस्कृति से जुड़े नामचीन लोगों का जमावड़ा लगेगा, और अपने धरोहर को संजोकर रखने तथा इसे राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर लाने के लिए रचनात्मक भूमिका निभाने के लिए संकल्प लेंगे।
इस सम्बन्ध में शाहाबाद महोत्सव आयोजन समिति के संयोजक अखिलेश कुमार ने बुधवार को यहाँ कहा कि पुराने शाहाबाद जिला यानि वर्तमान भोजपुर, रोहतास, कैमूर तथा बक्सर जिले का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है। जहाँ सतयुग के राजा हरिश्चन्द्र से लेकर वर्तमान आधुनिक युग तक यहाँ के लोग समाज तथा देश निर्माण में अहम भूमिका निभाते रहे हैं। शाहाबाद का इलाका खुबसूरत प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है और पवित्र गंगा तथा सोन नदी पश्चिम, उत्तर तथा दक्षिण दिशाओं से जीवनदायी के रूप में विराजमान है। इसके बावजूद यहाँ का विकास नहीं हो पाया।
अखिलेश कुमार ने कहा कि शाहाबाद महोत्सव आयोजन समिति के वैनर तले पिछले दो वर्षों से अपने गौरवशाली इतिहास को याद करते हुए यहाँ के परंपरागत नृत्य संगीत को बढावा देने तथा टुरिज्म सर्किट बनाने के लिए शाहाबाद महोत्सव के माध्यम से प्रयास किया जा रहा है। इसी को लेकर आगामी 3-4-5 दिसम्बर को इस वर्ष आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि 5 दिसम्बर को रोहतासगढ़ किला परिसर में आयोजित होने वाले शाहाबाद महोत्सव में केन्द्रीय मंत्री व आरा से सांसद आरके सिंह, बिहार विधान परिषद् के सभापति अवधेश नारायण सिंह, उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, बिहार सरकार के मंत्री जमा खान, पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा, डॉ कांति सिंह, सांसद गोपाल नारायण सिंह, छेदी पासवान, महाबली सिंह, सुशील कुमार सिंह, झारखंड के सांसद सुनील कुमार सिंह, समीर उरावं, झारखंड के पूर्व डिजीपी कमल नयन चौबे, हिन्दुस्तान दैनिक के संपादक तीरविजय सिंह, प्रभात खबर के संपादक अजय कुमार, शिक्षाविद रहमान सर सहित शाहाबाद के वर्तमान विधायक, विधान परिषद् सदस्य आदि को आमंत्रित किया गया है। अखिलेश कुमार ने कहा कि यह सुखद संकेत है कि शाहाबाद के सभी दलों के राजनेता राजनीतिक मतभेदों को भूलकर यहाँ के विकास के लिए एक मंच पर साथ आ रहे हैं। इससे पहले भी 28 जुलाई 2021 को बिहार विधान परिषद् के सभागार में शाहाबाद महोत्सव आयोजन समिति के पहल पर आयोजित बैठक में सभापति अवधेश नारायण सिंह के अध्यक्षता में सभी दलों के विधायक व विधान परिषद सदस्य एक साथ बैठकर शाहाबाद के विकास हेतु संकल्प लिए थे।
अखिलेश कुमार ने बताया कि शाहाबाद महोत्सव के माध्यम से यहाँ के महापुरुषों के नाम पर इस वर्ष से सम्मान देने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए महर्षि विश्वामित्र सम्मान, संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए भारत रत्न बिस्मिल्ला खान सम्मान, सेना में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए शहीद ज्योति प्रकाश निराला सम्मान, पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए स्वामी भवानी दयाल सन्यासी सम्मान तथा पढाई या प्रतियोगिता में उत्कृष्ट उपलब्धि हासिल करने वालों के लिए पदम् श्री वशिष्ठ नारायण सिंह सम्मान दिया जाएगा। अखिलेश कुमार ने कहा कि वाराणसी या सारनाथ से बोधगया और राजगीर के बीच ढाई से तीन सौ किलोमीटर के बीच शाहाबाद में विदेशी पर्यटकों को ब्रेक देने के लिए शाहाबाद महोत्सव आयोजन समिति कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि कैमूर वैली में करकटगढ, मुंडेश्वरी धाम, रोहतासगढ़ किला, शेरगढ़ किला, दुर्गावती जलाशय मांझर कुंड, जैसे अनेक ऐतिहासिक धार्मिक और मोहक तथा मनोरम दृश्य लिए स्थान विराजमान है, जो पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए काफी है। बस जरूरत है यहाँ पर्यटन सुविधाओं को विकसित कर इसे प्रचारित करने की।
अखिलेश कुमार ने कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि तीन दिसम्बर को सोन आरती होगा, जबकि 4 दिसम्बर को सोन तटीय इतिहास और सांस्कृतिक पर विचार गोष्ठी एंव यहाँ के परम्परागत लोक संगीत की प्रस्तुति होगा। इसके मुख्य अतिथि बिहार गृह विभाग के विशेष सचिव विकास वैभव होंगे। 5 दिसम्बर को शाहाबाद का गौरवशाली इतिहास तथा इसके विकास की संभावनाएं विषय पर गोष्ठी के साथ यहाँ के परम्परागत लोक संगीत की प्रस्तुति होगा। नये जनरेशन को अपने पूर्वजों से रूबरू कराने के लिए उनके तैल्य चित्र प्रदर्शनी के साथ प्रमुख खाद्य सामग्री का प्रदर्शनी भी लगाया जाएगा।