मिथिला हिन्दी न्यूज :- भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव यूं तो अपनी फिल्मों को लेकर चर्चा में रहते हैं। लेकिन इस बार खेसारी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। छपरा के न्यायिक दंडाधिकारी संजय कुमार सरोज की अदालत ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। दरअसल, खेसारी पर जमीन खरीदने के बाद रुपये न देने का आरोप लगा है। इसके साथ ही कोर्ट में तय तारीखों पर खेसारी के पेश न होने पर उनके खिलाफ जमानती वारंट जारी किया गया। जानिए क्या है पूरा मामला।रसूलपुर थाना के असहनी ग्राम के रहने वाले मृत्युंजयनाथ पांडेय ने 16 अगस्त 2019 को खेसारी के खिलाफ रसूलपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें बताया गया था कि उनकी जमीन को बेचने के लिए खेसारी लाल की पत्नी चंदा देवी से 22 लाख सात हजार रुपये में बात तय हुई थी। जमीन की रजिस्ट्री भी हो गई थी। खेसारी लाल यादव ने जमीन के लिए उन्हें 18 लाख रुपये का चेक दिया गया था। जिसे शिकायतकर्ता ने अपने खाते में जमा करा लिया। लेकिन चेक वापस आ गया। जिसके बाद बैंक ने उन्हें चेक बाउंस होने की जानकारी दी।न्यायालय ने इस मामले पर 22 जनवरी 2021 को खेसारी लाल यादव के खिलाफ सम्मन जारी किया था। लेकिन कोर्ट में पेश न होने की वजह से 25 फरवरी 2021 को जमानतीय वारंट जारी किया। लेकिन बार बार तारीखों पर खेसारी लाल न्यायालय में उपस्थित नहीं हुए। जिसको देखते हुए कोर्ट ने अब खेसारी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है।