अनूप नारायण सिंह
मिथिला हिन्दी न्यूज पटना। बैकुंठपुर से भाजपा के पूर्व विधायक और प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के द्वारा ब्राह्मणों के खिलाफ की गई टिप्पणी को अशोभनीय बताया उन्होंने कहा कि जीतन राम मांझी को अपनी लक्ष्मण रेखा पार नहीं करनी चाहिए उन्हें सार्वजनिक रूप से ब्राह्मणों से माफी मांगनी चाहिए। मिथिलेश तिवारी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जीता राम मांझी पर अभिलंब कार्रवाई करने की भी मांग की है उन्होंने कहा है कि जिस तरह से जीतन राम मांझी ने ब्राह्मण समाज के लिए गाली गलौज का इस्तेमाल किया है उससे समाज में गलत मैसेज गया है।जिसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है किसी की भावना को आहत करने का अधिकार संविधान किसी को नहीं देता है। ब्राह्मणों का कार्य पूजा-पाठ कर आना है वेद मंत्रों का उच्चारण कराना है धार्मिक आयोजनों का सफल आयोजन कर लोगों का संताप हरता है ऐसे वर्ग के लिए जो समाज को जोड़ने का काम करता है की गई टिप्पणी बर्दाश्त से बाहर है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए मिथिलेश तिवारी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री श्री जीतन राम माँझी द्वारा ब्राह्मणों के ख़िलाफ़ अमर्यादित टिप्पणी बर्दाश्त से बाहर । सार्वजनिक माफ़ी माँगे माँझी । मा० मुख्यमंत्री जी करें हस्तक्षेप अन्यथा होगा बड़ा नुक़सान । हम चुप नही रहेंगे ।
श्री जीतन राम माँझी जी के लिए ब्राह्मण वर्ग द्वारा समाज को एक साथ जोड़ने और संस्कृति की रक्षा के सम्बंध में सामान्य ज्ञान :-
एक यज्ञ में ब्राह्मण इतने समाज के लोगों को एक साथ जोड़ता है ।यह बात शायद माँझी जी नही जानते है :-
1- डाला के लिए डोम
2- मानर पूजाई के लिए चमईन
3- मिट्टी का वर्तन के लिए कुम्हार #
4- लकड़ी की आसनी के लिए लोहार
5- नौ ग्रह की लकड़ी एवं मुंडन के लिए हजाम
6- गाय का दूध,दही,घी, मूत्र, गोबर के लिए यादव
7- फूल के लिए माली
8- कपड़ा सिलाई के लिए दर्जी
9- पूजा-पाठ में फल के लिए कुशवाहा
10- मिठाई एवं चूल्हा पूजाई के लिए हलवाई
11- पान और ताम्बूल के लिए पनहेरी की आवश्यकता होती है
एक हाथ में शास्त्र -दूसरे में शस्त्र रखना जानता है ब्राह्मण ।
आवश्यकतानुसार किसी को भी चंद्रगुप्त बनाना जानता है ब्राह्मण ।
ब्राह्मण जाति नही - संस्कार है ।
धर्म का आधार है ।।