मिथिला हिन्दी न्यूज :- बिहार सरकार के मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा है कि सोनो में सोना की सूचना से पूरा बिहार, पूरा देश चकित है। लेकिन यह सच्चाई है। सोनो का नाम सोनो हम सबों के पूर्वजों ने यूं ही नहीं रखा था। उन्हें पहले से इसकी विशेषता पता थी। उनका ही अनुसरण करते हुए मैंने कहा था कि अपना सोनो-चकाई का चकाई विधानसभा क्षेत्र बनेगा चंडीगढ़। वह बस कहने को नहीं कहा था, हमने अपने सोनो-चकाई के बुजुर्गों से सुन रखा था कि यहां की मिट्टी सच में सोना है। एक अनुमान है कि यहां दो खरब 23 अरब किलो से अधिक का स्वर्ण भंडार है। पूरे देश का 44% स्वर्ण भंडार सोनो में है। अभी छत्तीसगढ़ वगैरह के सोने की खान का प्रभाव है, वहां महज पूरे देश का 2% स्वर्ण भंडार है।
ऐसे में सोनो न सिर्फ चकाई विधानसभा क्षेत्र बल्कि, समस्त अंग क्षेत्र और सम्पूर्ण बिहार तस्वीर बदल सकता है। इसलिए हमारे पूर्वजों ने और मैंने चकाई-सोनो के इस अपरम्पार संसाधन के संरक्षण हेतु बड़े-बड़े प्रलोभनों को ठुकरा दिया। मुझे तो बार-बार निर्दलीय लड़ना पड़ा था तब भी कदम नहीं खींचा। जबकि मुझे कई बार दूसरे विधानसभा क्षेत्रों मसलन अमरपुर आदि ऑफर किया गया। पर सोनो-चकाई के प्रति मेरी जन्मसिद्ध जिम्मेदारी से कभी मुंह नहीं मोड़ सका। यह स्वर्ण भंडार यहां के निवासियों और उनके पूर्वजों की थाती है। उनका धरोहर है। इस पर सबसे पहला हक यहां के आवाम का है। सोनो और फिर चकाई की सर्वोन्नति सुनिश्चित करने के उपरांत ही इस संसाधन का सदुपयोग अन्यत्र करने दिया जाएगा। इसके लिए मुखरता से उसके रक्षक का दायित्व निभाना ही मेरी प्रमुख जिम्मेदारी है। उसे हर कीमत पर निभाउंगा। इस अजस्त्र श्रोत का रक्षण-संरक्षण, जनहित में कानूनसम्मत समुचित उपयोग सुनिश्चित करेंगे। सोनो-चकाई के बाद जमुई जिला, फिर अंग क्षेत्र, तदुपरांत बिहार का इस संसाधन पर हक बनता है। उसके बाद राष्ट्र उन्नति में वह योगदान देगा।
सोनो समेत चकाई विधानसभा क्षेत्र, जमुई जिला सहित अंग क्षेत्र समेत समस्त बिहारवासियों को शुभकामनाएं कि संसद में देश के मंत्री महोदय ने इस सत्य को उदघाटित किया है। झारखंड के अलग होने के बाद खनिज और उद्योग के मामले में पिछड़े बिहार को सोनो से नई शक्ति मिलेगी। सोनो-चकाई के साथ अपने राज्य की कीर्ति पताका सोने की तरह अपनी चमक बिखेरेगी, यही कामना है।