मिथिला हिन्दी न्यूज :- भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का मिथिलांचल से गहरा लगाव था। मिथिलांचल की उनकी हर यात्रा से ढेर सारे संस्मरण जुड़े हैं। चुनावी सभा के दौरान भी वह किसी कार्यकर्ता को भूलते नहीं थे, चाहे वह छोटा हो या बड़ा।वाजपेयी ने ही प्रधानमंत्री रहते दिसंबर 2003 में बिहार की मैथिली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराया था। साल 1934 के विनाशकारी भूकंप के दाैरान मिथिलांचल के दरभंगा व मधुबनी तथा सहरसा व सुपौल दो भागों में बंट गए थे। जब वह प्रधानमंत्री बने तो दरभंगा आकाशवाणी से मैथिली में समाचार प्रसारण 16 अगस्त 2003 से शुरू करवाया।मिथिलांचल के लोगों के दिल में वाजपेयी जी हमेशा के लिए बस गए हैं. वाजपेयी जी जब बिहार विधानसभा 2005 के चुनाव प्रचार के आखिरी सभा के लिए दरभंगा के ऐतिहासिक राज मैदान पहुंचे तो उनको सुनने के लिए पूरा दरभंगा उमड़ पड़ा था।वाजपेयी के योगदान को याद करते हुए कहते हैं कि पूरा मिथिलांचल उनका ऋणी है।