मिथिला हिन्दी न्यूज :- बिहार में संक्रमण इन दिनों बड़ी तेजी से पांव पसार रहा है. पिछले 24 घंटे में राज्य में कुल 4526 नए मरीज सामने आए हैं.सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में कोरोना मरीजों का इलाज जारी है. लेकिन इसी बीच लगातार यह शिकायत सामने आ रही थी कि निजी अस्पताल की ओर से कोरोना मरीजों के इलाज के लिए मनमाना रुपये की वसूली की जा रही है. ऐसे में निजी अस्पताल संचालकों की मनमानी पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने सूबे सभी निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज का रेट फिक्स कर दिया है. सरकार ने मरीजों की स्थिति को तीन केटेगरी में बांटते हुए रेट निर्धारित किए हैं. साथ ही इसका पालन हो सके, इस बाबत टीम गठित की गई है. ये टीम निजी अस्पतालों में निर्धारित राशि से अधिक की मांग और दवा की उपलब्धता और निर्धारित दर से अधिक से संबंधित शिकायतों की जांच करेगी. अनियमितता पाए जाने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 और द ऐपीडेमिक डिजिसेस एक्ट-1897 के तहत कठोर कार्रवाई करेगी।