04/02/2022, शुक्रवार।
माघ मास, शुक्ल पक्ष।
विक्रम संवत् 2078,
शक संवत् 1943,
उत्तरायण, दक्षिण गोल:,
शिशिर ऋतु, पूर्वे काल:,
तृतीया तिथि दि 07:24 तक,
उपरान्त चौथ तिथि आरम्भ।
पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र रा 06:56 तक, उपरान्त उत्तराभाद्रपद नक्षत्र आरम्भ।
योग शिव द 39 प 12,
करण गर द 02 प 06,
चंद्रमा कुंभ राशि में दि 12:59 तक, उपरान्त मीन राशि में।
सूर्योदय 06:34, सूर्यास्त 05:26 तक।
दिन का राहुकाल - दि 09:18 से 12:02 तक।
आज -बदरी तृतीया, कुंदकुसुममै: पार्वतीपूजनं, श्री गणेशचतुर्थी व्रत, अमृतयोग:-अग्निवास: दि 07:24 ऊपरि।
उपरोक्त मिथिला क्षेत्रीय पंचांग अनुसार संक्षिप्त विवरण।
पंकज झा शास्त्री 9576281913 के द्वारा जानते हैं कि चंद्र राशि आधारित पुकार नाम अनुसार राशियों का संभावित बोलचाल आज क्या कहता है।
मेष राशि-
मानसिक शान्ति रहेगी। दाम्पत्य सुख में वृद्धि होगी। वाहन की प्राप्ति हो सकती है। नौकरी में तरक्की के मार्ग प्रशस्त होंगे। शासन-सत्ता का सहयोग मिलेगा। पठन-पाठन में रुचि रहेगी। आत्मविश्वास में कमी आएगी। स्वभाव में चिड़चिड़ापन हो सकता है। सन्तान की ओर से सुखद समाचार मिलेंगे।
वृष राशि-
सन्तान की ओर से सुखद समाचार मिल सकते हैं। शैक्षिक कार्यों में अच्छे परिणाम मिलेंगे। नौकरी में तरक्की के के अवसर मिल सकते हैं। कार्यक्षेत्र में परिवर्तन हो सकता है। अफसरों का सहयोग मिलेगा। सेहत का ध्यान रखें। मानसिक शान्ति रहेगी। मित्रों के सहयोग से कारोबार में तरक्की मिलेगी।
मिथुन राशि-
कला या संगीत के प्रति रुझान बढ़ सकता है। शैक्षिक कार्यों के सुखद परिणाम मिलेंगे। सन्तान सुख में वृद्धि होगी। कारोबार की स्थिति में सुधार होगा। वाणी में कठोरता का प्रभाव भी रहेगा। मन अशान्त रहेगा। मन में निराशा एवं असन्तोष के भाव रहेंगे। नौकरी में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
कर्क राशि-
मानसिक शान्ति के लिए प्रयास करें। परिवार की सुख-सुविधाओं एवं वस्त्रों आदि पर खर्च बढ़ सकते हैं। मीठे खानपान के प्रति रुझान बढ़ सकता है। परिश्रम अधिक रहेगा। कार्यक्षेत्र पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। आय में कुछ कमी आ सकती है। स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ सकती हैं।
सिंह राशि-
मन प्रसन्न रहेगा। नौकरी में तरक्की के मार्ग प्रशस्त होंगे। आय में वृद्धि होगी, परन्तु खर्च भी बढ़ेंगे। मित्रों का सहयोग मिलेगा। मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। किसी रुके हुए धन की प्राप्ति हो सकती है। किसी परिचित के सहयोग से नौकरी के अवसर मिल सकते हैं। नौकरी में अफसरों से सम्बन्धों में सुधार होगा।
कन्या राशि-
आत्मविश्वास भरपूर रहेगा। मन कुछ परेशान भी हो सकता है। परिवार में धार्मिक कार्य हो सकते हैं। खर्च अधिक रहेंगे। परिश्रम थोड़ा ज्यादा हो सकता है। कार्यक्षेत्र में वृद्धि हो सकती है। मित्रों का सहयोग मिलेगा। धैर्यशीलता में कमी भी आएगी। माता के सहयोग से धन की प्राप्ति होगी।
तुला राशि-
कार्यों के प्रति जोश एवं उत्साह रहेगा। मानसिक शान्ति रहेगी। शैक्षिक या बौद्धिक कार्यों में मान-सम्मान की प्राप्ति हो सकती है। सेहत का ध्यान रखें। कार्यों के प्रति जोश एवं उत्साह रहेगा। कार्यक्षेत्र में अनुकूल परिस्थितियां रहेंगी। परिश्रम की अधिकता रहेगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा।
वृश्चिक राशि-
मन अशान्त हो सकता है। नौकरी में परिवर्तन के साथ तरक्की के योग बन रहे हैं। आय में वृद्धि होगी। परिवार में धार्मिक कार्य हो सकते हैं। वस्त्रों पर खर्च बढ़ेंगे। कुटुम्ब के किसी बुजुर्ग के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। आत्मसंयत रहें। क्रोध एवं आवेश की अधिकता हो सकती है। धार्मिक संगीत के प्रति रुझान रहेगा।
धनु राशि-
क्रोध से बचें। मानसिक शान्ति के लिए प्रयास करें। बौद्धिक कार्यों में व्यस्तता बढ़ सकती है। किसी मित्र के सहयोग से आय के साधन बन सकते हैं। नौकरी में अफसरों का सहयोग मिलेगा। तरक्की के मार्ग प्रशस्त होंगे। वाहन सुख में वृद्धि होगी। जीवनसाथी को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं।
मकर राशि-
वाणी में मधुरता रहेगी। आत्मसंयत भी रहें। किसी सम्पत्ति में निवेश कर सकते हैं। माता-पिता का सहयोग मिल सकता है। मित्रों का भी सहयोग मिल सकता है। मानसिक शान्ति रहेगी, परन्तु आत्मविश्वास में कमी भी रहेगी। मन में शान्ति एवं प्रसन्नता के भाव रहेंगे। परिवार में धार्मिक कार्य होंगे।
कुंभ राशि-
मन में शान्ति एवं प्रसन्नता रहेगी। दाम्पत्य सुख में वृद्धि होगी। उपहार में वस्त्रों की प्राप्ति हो सकती है। माता-पिता से धन प्राप्ति के योग भी बन रहे हैं। कुटुम्ब परिवार में धार्मिक कार्य होंगे। मीठे खानपान में रुचि रहेगी। परिवार में सुख-शान्ति रहेगी। खर्च अधिक रहेंगे। धैर्यशीलता में कमी भी रहेगी।
मीन राशि-
मानसिक शान्ति बनाये रखने के प्रयास करें। नौकरी में तरक्की के योग बन रहे हैं। आय में वृद्धि होगी। शासन सत्ता का सहयोग मिलेगा। व्यवसायिक कार्यों में रुचि रहेगी। परिश्रम की अधिकता रहेगी। पिता को स्वास्थ्य विकार हो सकता है। खर्चों की अधिकता रहेगी। सन्तान को परेशानी हो सकती हैं।
उपरोक्त कोई जरूरी नहीं कि सभी शब्द किसी एक व्यक्ति विशेष पर मिल ही जाय अतः बेहतर परिणाम जानने हेतु जन्म कुंडली का अध्यन जरूरी होता है।