किसी ज्योतिषी जी के पास उस अवस्था में अधिकतर लोग जाते है जब वह अधिक परेशान होते है, उनके साथ इस तरह की कोई घटना होती है जिसे वो समझ नहीं पाते है। वैसे कुछ लोग ज्योतिष को मानते है और कुछ लोग ज्योतिष को नहीं मानते है। कई लोग तो ज्योतिष पर वेतुके टीका टिप्पणी करने से भी बाज नही आते ऐसे लोगों के पास या तो अज्ञानता होती है या वो ज्योतिष के वास्तविक वैज्ञानिकता को नहीं समझते। यदि व्यक्ति अपने सही समय में ज्योतिषीय परामर्श लेकर उस दिशा में आगे बढ़े तो उस व्यक्ति को अधिकतर सकारात्मक मिलना संभव है।
मान लीजिए किसी व्यक्ति के ज्योतिषीय आकलन अनुसार वह विज्ञान के क्षेत्र के लिए उपयुक्त है परंतु वह व्यक्ति राजनीति क्षेत्र में आगे बढ़ता है और उसे सफलता नहीं मिल पाती है तब वह किसी ज्योतिषी जी के पास में जाकर कहते है कि मेरे भाग्य में क्या है कैसे इस क्षेत्र में सफल हो पाऊंगा आदि। दोस्तों वह व्यक्ति अपना पूरा समय बर्बाद करके फिर ज्योतिषी जी के पास आते है।
अब न तो वह व्यक्ति विज्ञान के क्षेत्र में जा पाया और न वह राजनीति क्षेत्र में सफल हो पा रहा है। अगर वह सही समय में किसी योग्य ज्योतिषी में पास जाकर परामर्श लेकर विज्ञान के क्षेत्र में तैयारी करता तो वह विज्ञान के क्षेत्र में सफल हो सकता था।
अंतिम क्षण में थक हार कर व्यक्ति ज्योतिषी जी के पास जाता है और आज के बाजार बाद में अधिकतर दुकान चलाने वाले ज्योतिषी जी अक्सर ठगने के शिवाय कुछ नही करते यही कारण है कि लोग ज्योतिष के वास्तविक ज्ञान से दूर हो रहे है।
मै मानता हूं अपने स्वार्थ के कारण एक ज्योतिषी जी गलत हो सकते है, परंतु ज्योतिष शास्त्र कभी भी गलत नही हो सकता।