मिथिला हिन्दी न्यूज :- बिहार में एक बार फिर से शराबबंदी पर सवाल खड़े हो गए हैं। अलग-अलग जगह पर 30 लोगों की मौत शनिवार को और रविवार को संदिग्ध हालत में हो गई। मृतकों में 17 भागलपुर जिले के 11 बांका जिले के 2 मधेपुरा जिले के है बीमार चल रहे कुछ लोगों के यहां आंखों की रोशनी भी कम हो गई है।भागलपुर में 2 मृतकों के परिजनों ने बताया कि शराब पीने के बाद मौत हो गई हालांकि प्रशासन इसकी पुष्टि नहीं कर रही है। लेकिन ऐसे में सवाल उठता है बिहार में शराबबंदी को लेकर तमाम इंतजाम बैकार हो गया है। भागलपुर में होली के मौके पर शराब पीने से सभी की मौत की आशंका जताई जा रही है शराब से मौतों की चर्चा के बाद डीएम और एसएसपी थाना पहुंचे और पुलिस ने कई इलाके में शराब को लेकर छापेमारी शुरू कर दी है। बांका जिला में भी अमरपुर प्रखंड के अलग-अलग जगहों पर रविवार को संगीत अवस्था में 11 लोगों की मौत हो गई वही शनिवार को सभी लोगों को पेट में दर्द हुई उल्टी होने अपने एवं आंख की रोशनी चली जाने की शिकायत कर रहे थे स्थिति गंभीर देखकर परिजनों ने रेफरल अस्पताल भर्ती कराया गया तो अपने मरीज को लेकर भागलपुर चला गया । इधर प्राप्त जानकारी के अनुसार दोपहर तक 111 की मौत हो चुकी थी आधा दर्जन से अधिक अभी भी इलाज चल रहा है चर्चा हो रही है कि होली पर शराब पीने से ही नहीं लोगों की मौत हुई है। मधेपुरा की बात करें तो मुरली कर थाना क्षेत्र के दिघी गांव में शुक्रवार और शनिवार में दो लोगों की मौत हो गई मरने वाले में लोजपा प्रखंड अध्यक्ष नीरज निशांत सिंह शामिल है।