मिथिला हिन्दी न्यूज छपरा। सारण स्थानीय प्राधिकार से राजद उम्मीदवार सुधांशु रंजन ने एक विशेष बातचीत में कहा कि सारण से वे चुनाव नहीं लड़ रहे बल्कि सारण का सभी वार्ड सदस्य पंचायत समिति सदस्य मुखिया चुनाव लड़ रहे है उनकी लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष दल विशेष से नहीं है उनकी लड़ाई भय भूख भ्रष्टाचार और उन लोगों से है जो चुनाव के समय धनबल और बाहुबल के सहारे चुनाव जीतते हैं और अगले 5 साल तक नजर नहीं आते हैं उन्होंने कहा कि राजद ने उन्हें टिकट देकर यह सिद्ध कर दिया है कि राजद ए टू जेड की पार्टी है सर्व समाज की बात करती है समाज के सभी तबकों को साथ लेकर चलती है उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ विपक्षी तय नहीं कर पा रहा कि उनका उम्मीदवार कौन है किसी को टिकट दिया जा रहा है किसी से टिकट लिया जा रहा है कौन असली और कौन नकली है इसी में उलझे है। सारण के पंचायत प्रतिनिधियों को पता है कि उनका सच्चा हितैषी सिर्फ और सिर्फ राजद उम्मीदवार सुधांशु है जो उनके बेटा है उनके भाई हैं उनके साथी हैं उनके सुख-दुख के भागी है उन्होंने कहा कि वे इकलौते प्रत्याशी हैं जो एक बार नहीं दर्जनों बार एक-एक वोटर के दरवाजे पर गए हैं उनसे बातचीत की और उन्हें बताया है कि उन्हें वोट क्यों दें उन्होंने अपनी प्राथमिकताएं भी बताई है। सुधांशु रंजन ने कहा कि सारण का एक एक राजद कार्यकर्ता वाम दल का कार्यकर्ता उनकी चुनाव को लेकर दिन रात पसीना बहा रहा है। सुधांशु ने कहा कि वे किसी राजनीतिक विरासत वाले परिवार से नहीं आते एक गरीब परिवार से आते हैं राजद के एक सामान्य कार्यकर्ता है उनकी कर्मठता पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा को देखते हुए पार्टी ने इतनी बड़ी जिम्मेवारी सौंपी है और वह जीत का सर्टिफिकेट लेकर पटना जाएंगे। उन्होंने कहा कि मीडिया समूह द्वारा अभी तक जितने भी संरक्षण करवाए गए हैं विरोधी उनके सामने कहीं टिक नहीं पा रहे हैं। सारण के 10 विधानसभा क्षेत्रों में छः पर राजद और एक पर वाम दल का कब्जा है सभी विधायक खुद को उम्मीदवार समझकर चुनाव प्रचार में जी जान से लगे हुए है। विरोधी बीखड़े हैं राजद एकजुट है। सारण के पंचायत प्रतिनिधि इतिहास रचने का काम करेंगे। सुधांशु रंजन ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों का मान-सम्मान सुरक्षा उनके लिए अहम है और इसी सवाल को लेकर वह चुनावी मैदान में है।