- जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने कहा 24257 बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था
प्रिंस कुमार
शून्य से दो साल तक के नौनिहालों को नियमित टीकाकरण देने में शिवहर जिला में काफी अच्छा काम हुआ है। एचएमआईएस की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार जिले में अप्रैल 2021 से अप्रैल 2022 के बीच 83 प्रतिशत बच्चों को पूरी तरह टीकाकृत किया गया। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि जिले में शून्य से दो साल के 24,257 बच्चों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें 20,212 को टीका लगा दिया गया। डॉ. सिन्हा ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान नियमित टीकाकरण की प्रक्रिया थोड़ी प्रभावित हुई है। लोग बच्चे को लेकर टीकाकरण केंद्रों तक नहीं पहुंच पा रहे थे। लेकिन चुनौतियों के बावजूद नियमित टीकाकरण की गति बनाये रखते हुए टीकाकरण किया गया।
समय पर नियमित टीकाकरण जरूरी
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देने एवं शिशु के स्वस्थ शरीर निर्माण के लिए समय पर नियमित टीकाकरण जरूरी है। इसलिए कोविड के साथ नियमित टीकाकरण कार्यक्रम का भी आयोजन कर योग्य लाभार्थी का नियमित टीकाकरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण बच्चों को डिप्थेरिया, काली खांसी, हेपेटाइटिस बी, टेटनेस, पोलियो, टीबी व खसरा जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए जरुरी है। नियमित टीकाकरण के दौरान शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजल्स, विटामिन ए, डीपीटी बूस्टर डोज, मिजल्स बूस्टर डोज और बूस्टर ओपीवी के टीके लगाए जाते हैं।
आंगनबाड़ी केंद्रों पर नियमित टीकाकरण की व्यवस्था:
जिले में कोविड वैक्सीनेशन के साथ नियमित टीकाकरण का भी आयोजन किया जा रहा है। शिशु का ससमय नियमित टीकाकरण सुनिश्चित हो सके और शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सके। निर्धारित तिथि के अनुसार जिले के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर नियमित टीकाकरण अभियान चलाया जाता है। कोविड प्रोटोकॉल के पालन के साथ संबंधित क्षेत्र की एएनएम द्वारा सेविका एवं आशा कार्यकर्ताओं के सहयोग से गर्भवती एवं शिशु का नियमित टीकाकरण किया जाता है। इसके अलावा जिला मुख्यालय एवं पीएचसी में भी टीकाकरण की व्यवस्था की गई है। साथ ही सरकार की ओर से चलाए जाने वाले मिशन इंद्रधनुष अभियान के जरिए बच्चों को टीका लगाया जाता है।