मिथिला हिन्दी न्यूज :- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में फिर से बड़ी चूक हो गई। नालंदा के खिलाफ जनसभा के दौरान विस्फोट हुआ जहां यह विस्फोट हुआ वहां से महज 15 फीट दूरी पर नीतीश कुमार मौजूद है। सीमित सवाल उठता है 27 मार्च को पटना के बख्तियारपुर में एक कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार को एक युवक ने मुक्का मार दिया था। अब ठीक 70 में दिन नालंदा की सभा में विस्फोट हो गया बिहार के प्रशासन पेशेवर होने पर भी सवाल खड़ा हो रहा है। क्योंकि सिक्योरिटी और भी कंट्रोल करने के लिए पुलिस वाले खासतौर पर ट्रेंड होते हैं। चुकी यहां पर मुख्यमंत्री की सुरक्षा का मामला था मगर पूरी सिस्टम फेल हो गई। जिस समय विस्फोट हुआ उस वक्त पंडाल में काफी भीड़ थी ।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आसपास सुरक्षा कर्मी तैनात थे शुरू में लोगों को लगा कि बम विस्फोट या फायरिंग की गई लोग इधर-उधर भागने लगे अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। बाद में पटाखा फोड़ने की बात सामने आई आरोपी को पकड़ लिया गया है उसकी पहचान नरेंद्र की इस्लामपुर थाना किस सत्यारंगगंज निवासी 22 साल के शुभम के रूप में हुई है शुरुआती पूछताछ में हम ने बताया कि रष्ट्रीय मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करना चाहता था जनसभा नीतीश कुमार लोगों से मिलकर उनका आवेदन ले रहे थे शुभम की बात नहीं सुनी उसने धमाका कर दिया। पुलिस ने उसके पास से पटाखा और माचिस बरामद किया है इसका मतलब यह है वह पहले से ही बम फोड़ने का नियत से कार्यक्रम में आया था। ऐसे में प्रश्न उठता है कहीं ना कहीं सुरक्षा में भारी चुप हैं पुलिस वाले अपना काम ठीक से नहीं कर रहे हैं तभी तो मुख्यमंत्री के पास बम और माचिस के साथ कोई शक पहुंच जाता है।