अपराध के खबरें

जानिए बिहार के किस मंदिर का निर्माण दैत्यराज बाणासुर ने अपनी पुत्री के लिए कराया था

अनूप नारायण सिंह 


बिहार व यूपी की सीमा पर स्थित सोहगरा के प्राचीन शिवमंदिर में बाबा हंसनाथ का दर्शन करने वाले खाली हाथ नहीं लौटते। यहां प्रतिदिन हजारों भक्तजन आते हैं। सावन में भक्तों की संख्या और बढ़ जाती है।मंदिर का निर्माण नेपाल नरेश ने कराया था। सोहगरा में बाबा के दर्शन पूजन के लिए गोपालगंज, छपरा, मोतिहारी, बेतिया, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, वैशाली, गया, आरा, कोलकाता, झारखंड व यूपी के अतिरिक्त नेपाल से भी लोग आते हैं।यहां से लोगों की अपार आस्था जुड़ी हुई है। 13 वां ज्योतिर्लिंग हैं सोहागरा के बाबा हंसनाथ सीवान में गुठनी स्थित सोहागरा शिव मंदिर के बाबा हंसनाथ की ख्याति दूर-दूर तक है। ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर की स्थापना द्वापरयुग में दैत्यराज वाणासुर ने अपनी पुत्री उषा के लिए करायी थी। मंदिर का विशाल शिवलिंग स्वयंभू है, इसे 13वां ज्योतिर्लिंग माना जाता है। मान्यता है कि सवा माह तक सोमवार के पूजन से पुत्र प्राप्ति की कामना पूर्ण होती है। जन श्रुति के अनुसार ऐसे भी प्रमाण मिले हैं कि हंसध्वज के पुत्र तुंगध्वज ने संतान प्राप्ति के लिए सोहागरा मंदिर में पूजा अर्चना की थी। जलाभिषेक करने पर चर्म रोग से मिलती है निजात मान्यता है कि बाबा हंसनाथ के शिवलिंग पर जलाभिषेक करने पर नि:संतानों को संतान व चर्म रोगियों को रोग से निजात मिल जाती है।

إرسال تعليق

0 تعليقات
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

live