बिस्कोमान चेयरमैन सह राजद विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह को स्थानीय प्राधिकार के सारण विधान परिषद सीट के लिए वोट देने के अधिकार से किया गया वंचित मामले ने पकड़ा तूल वोटर लिस्ट से ही नाम गायब था सुनील कुमार सिंह का। सुनील कुमार सिंह ने कहा कि सुनियोजित साजिश के तहत संविधान और न्याय की की गई अवहेलना। बिहार विधान परिषद में सरकार के छक्के छुड़ाने वाले राजद के विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह छपरा जिले के सोनपुर अनुमंडल के डुमरी गांव के रहने वाले हैं।इस लिहाज से सोनपुर प्रखंड कार्यालय में उन्हें वोट डालना था उन्हें पूर्व में सूचना मिली थी कि उन्हें उसी बूथ पर वोट डालना है सुनील कुमार सिंह नियत समय पर अपने वोटिंग अधिकार का प्रयोग करने सोनपुर पहुंच भी गए जब वहां पहुंचे तो वहां बताया गया कि वह वोट नहीं डाल सकते क्योंकि वोटर लिस्ट में उनका नाम ही नहीं है उन्होंने देखा कि वोटर लिस्ट में उनका नाम ही नहीं है फिर उन्होंने वहां उपस्थित अधिकारियों से इस बाबत जानना चाहा तो अधिकारियों ने कहा अब जिलाधिकारी से बात कीजिए इसके बाद जब उन्होंने जिलाधिकारी से बात की तो उन्होंने कहा कि हो सकता है कि त्रुटि बस नाम छूट गया होगा उसके बाद सुनील कुमार सिंह ने राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से बात की अब मामला पूरी तरह से तूल पकड़ चुका है सुनील कुमार सिंह बेहद आहत हैं उनका कहना है कि वे सरकार की आंखों की किरकिरी बने हुए हैं जानबूझकर पहले उन्हें सदन से निलंबित किया गया फिर उन्हें वोटिंग अधिकार से वंचित किया गया है इस मामले को लेकर हर सक्षम जगह पर आवाज उठाएंगे और दोषियों को दंडित करने की मांग भी करेंगे सुनील कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में 24 सीटों के लिए आज संपन्न हुए मतदान में सभी सीटों पर राजद उम्मीदवार पूरी मजबूती के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है जो लोग हेरफेर कर चुनाव जीतने में विश्वास रखते हैं उन्हें भी इस बार तगड़ा झटका लगने वाला है उनके साथ जो हुआ है उससे बेहद दुखी भी हैं। विधान पार्षद के नाते छपरा जिले में होने वाली सभी सरकारी बैठकों में उपस्थित होते हैं छपरा उनका गृह जिला है इस कारण से उनके गृह अनुमंडल में ही उनके वोटिंग की व्यवस्था होनी थी वह एक विधान पार्षद है इस कारण से उनका नाम छूट जाना यह गले के नीचे नहीं उतरता है यह एक बड़ी साजिश है। सुनील कुमार सिंह ने कहा कि कुछ लोग एक धर्म विशेष के लोगों को वोटिंग अधिकार से ही वंचित कर देना चाहते हैं आज एक विधान पार्षद का नाम वोटर लिस्ट में नहीं होना कोई साधारण घटना नहीं है बहुत बड़ी साजिश है इस मुद्दे पर वे और उनका दल चुप नहीं बैठने वाला है उन्होंने कहा कि सच बोलने की जो भी कीमत चुकानी पड़ेगी वह चुकाने को तैयार है पर सदन से लेकर सड़क तक आंकड़ों के आधार पर इस डबल इंजन की सरकार को बेनकाब करते रहेंगे।