जी हाँ उक्त बात एक स्कुल हेडमास्टर और दो सहायक शिक्षक के द्वारा कही गई है,
बलरामपुर कटिहार से जगन्नाथ दास की रिपोर्ट
बलरामपुर/कटिहार :- बलरामपुर प्रखण्ड के मोरलबाधा गाँव में है, विद्यालय का नाम है उत्क्रमित मध्य विद्यालय मोरलबाधा,,
यहां के दो छात्र कृष्ण कुमार रजक और पप्पू कुमार सिंह ने बताया कि हमलोग ट्रांसफ़र सर्टिफिकेट के स्कुल मे गए तो हेडमास्टर कई दिनों से बहाना करने लगा और अंत में साइड मे ले जाकर 1000 रुपये की मांग कर ली, पैसे देने से इंकार कर देने हमलोगों को खूब मारा, और थाने में केश करने, जिंदगी बर्बाद करने का भी धमकी दी गई है,
वही एक छात्र के अभिभावक का आरोप है कि मेरे बेटे को स्कुल के कमरे में बंद रखा गया था,,,
इसके अलावा स्कूली छात्रों ने और भी कई आरोप लगाया है, बच्चों ने बताया कि इस स्कुल मे हिन्दी बोलने मना कर दिया जाता है, वही देहाती भाषा बोलने को कहता है,
इसके अलावा अभिभावकों एंव ग्रामीणों ने भी हेडमास्टर मुतलीब एंव सहायक शिक्षक भोपाल चंद्र दास, हरि शंकर दास पर कई गंभीर आरोप लगाया है,,
बच्चों से मारपीट करने पर अधिकांश लोग उत्तेजित हो गए और स्कुल पर हो हंगामा करना शुरू कर दिया,
सभी छात्र एंव ग्रामीण भी उक्त तीनों शिक्षकों के विरुद्ध नारेबाजी की और तीनों शिक्षकों की बदली की मांग की,,
वही पीड़ित छात्रों ने B. E. O साहब को आवेदन न्याय की गुहार लगायी है,,
इधर आरोपित शिक्षक से उनका पक्ष रखा तो शिक्षकों ने कहा कि, हम लोग टीसी के लिए बच्चों से मिठाई खाने के लिए 250 रुपये की मांग की थी, लेकिन बच्चे नहीं देते हैं,
जहां तक मारने की बात है तो जब बच्चे बदसलूकी करने लगे तो एक दो थप्पड़ मारे है, एक गुरु की हैसियत से,,
वही बाकी सभी आरोप गलत होने की बात कही है,,
खैर जो भी लेकिन सभी ग्रामीण ईन शिक्षकों से काफी नाराज हैं,
बाइट,,, पीड़ित बच्चे, 1.कृष्ण कुमार रजक 2.पापपु कुमार सिंह
बाइट,,, बच्चों के अभिभावक
बाइट,,, आरोपित शिक्षक