मर्यादा पुरुषोत्तम राम का जीवन संघर्षो भरा हुआ है क्योंकि बाल्यकाल में ऋषि के साथ रहे युवापन में 14 वर्षो का बनवास फिर भी कभी विचलित नही हुए । उनके जीवन से बहुत कुछ सीखने को मिलता है अगर मनुष्य श्रीराम के जीवन की थोड़ी भी उतार लें तो जीवन से कष्ट मिट जाएंगे ।उक्त बातें दलपत विशुनपुर में बरसाने से पधारे सन्त भक्तिपाद स्वामी ने कही ज्ञात हो कि ढाका प्रखंड के दलपत विशुनपुर पंचायत के दलपत विशुनपुर में नवनिर्मित मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा हेतु यज्ञ का आज चौथे दिन है सात दिनों तक चलने वाले इस यज्ञ में वृंदावन से विद्वान व सन्त श्री श्री भक्तिपाद जी महाराज व श्री श्री भक्तवत्सल जी महाराज पूरी मंडली के साथ पधारे हुए है जिनकी कथा का आनंद भी लोग लें रहे । इस यज्ञ में श्रीमद्भागवत कथा व रासलीला भी वृंदावन व बरसाने से आये हुए है जिनका मनोरम झांकी भी लोगो को देखने को मिल रही पूरा क्षेत्र भक्ति मय हो गया है ।