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एक विवाह ऐसा भी जो समाज के लिए बन गया है अनुकरणीय

अनूप नारायण सिंह 

छपरा जिले के तरैया निवासी समाजसेवी अमरनाथ सिंह ने एक ऐसा कार्य किया है जिसके कारण उनकी सर्वत्र चर्चा हो रही है और समाज के लिए भी अनुकरणीय बन गए हैं अमरनाथ सिंह एक साधारण किसान है और भाजपा के कार्यकर्ता है समाज सेवा और खेती ही उनका मुख्य पेशा है अमरनाथ सिंह क्यों चर्चा में है यह हम आपको बता रहे हैं अमरनाथ सिंह ने अपने ही गांव के एक गरीब कुंवर पटेल और देव मुनि देवी की बेटी गुड्डी को गोद लिया था गुड्डी के जन्म के समय उसके माता-पिता को यह चिंता सता रही थी इसका पालन पोषण कैसे होगा और इसका विवाह कैसे होगा उसके माता-पिता बेहद गरीब हैं और किसी तरह दो जून की रोटी का जुगाड़ हो पाता है ऐसे में समाजसेवी अमरनाथ सिंह ने गुड्डी को अपनी बेटी की तरह पाला और पिछले सप्ताह शाही तरीके से उसकी शादी की उसके शादी में क्षेत्र भर के सभी चर्चित चेहरे नजर आए जिसमें महाराजगंज के भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल जिला परिषद उपाध्यक्ष प्रियंका सिंह तरैया से चुनाव लड़ चुके हिंदूवादी नेता अभिमन्यु कुमार मनीष मसरख के भाजपा नेता संतोष सिंह परमार प्रमुख थे। इस शादी की चर्चा इसलिए भी कि लोग भावना में आकर बड़ी-बड़ी बातें कर देते हैं लेकिन जब अपने कमिटमेंट को निभाने का वक्त आता है तो लोग पीछे भाग जाते हैं इस अर्थवादी युग में अपने सगे संबंधियों की मदद करने से भी लोग मुंह मोड़ लेते हैं ऐसे कठिन सामाजिक और आर्थिक युग में अमरनाथ सिंह सिर्फ तरैया और छपरा ही नहीं पूरे बिहार के लिए मिसाल बन गए हैं अमरनाथ सिंह कहते हैं कि उन्होंने किसी पब्लिसिटी के लिए यह काम नहीं किया है बल्कि अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी है उन्होंने देखा है कि किस तरह बेटी के जन्म होने पर लोगों के चेहरे पर शिकन आ जाती है और लोगों की जवानी बुढ़ापे में तब्दील हो जाती है पल पल लोग इस चिंता में रहते हैं कि गरीब की बेटी की शादी कैसे होगी बेटियों की पढ़ाने की बात छोड़ दीजिए। आज सरकार की योजनाएं चलाकर बेटियों को पढ़ाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है भ्रूण हत्या पर रोक लगी है साइकिल योजना पोशाक योजना छात्रवृति योजनाओं ने बेटियों को संबल बनाया है जब उन्होंने गुड्डी को गोद लिया था उस समय काफी कठिन दौर था पर ऐसे दौर में उनकी पत्नी ने उनका साथ दिया उन्होंने अपनी सगी बेटी की तरह गुड्डी का पालन पोषण किया उसकी पढ़ाई लिखाई और हर जरूरतों को पूरा किया तथा योग्य वर तलाश कर अपनी बेटी की तरह उसका विवाह किया तथा उसका कन्यादान भी किया अमरनाथ सिंह कहते हैं कि अगर साधन संपन्न लोग इसी तरह अपने आस पास पड़ोस की बेटियों की सहायता के लिए आगे आए तो समाज में काफी अनुकरणीय मिसाल कायम होगी और बेटियां बोझ नहीं रहेंगे।

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