मिथिला हिन्दी न्यूज :- ठुमरी की रानी कही जाने वाली गिरिजा देवी का आज के दिन ही दिन 08 मई को जन्म हुआ था। वे सेनिया और बनारस के घरानो की एक प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय गायिका थी। ठुमरी के नाम से ही चेहरे में उभरती हुई मुस्कान, सादगी भरा अंदर, आस पास सिमटी हुई साड़ी, मुँह में पान में गिरिजा देवी आज भी ठुमरी को पसंद करने वालो के दिलो में बस्ती है। उनकी ठुमरी से फिजा में अलग ही रंग अहम जाते थे। सुनने वाले उनकी गई ठुमरी में ऐसे गुम जाते थे मानो अब ठुमरी बंद नहीं होगी। गिरिजा देवी ने नव साल की उम्र में एक फिल्म में अभिनय किया था। ऐसे ही कुछ रोचक बाते है गिरिजा देवी के बारे में।ठुमरी गायन को प्रसिद्धि के मुकाम पर पहुंचाने के लिए गिरिजा देवी को 1972 में पद्मश्री, 1989 में पद्मभूषण और 2016 में पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें संगीत नाटक अकादमी अवार्ड, संगीत नाटक अकादमी फैलोशिप, महा संगीत सम्मान अवॉर्ड आदि से भी सम्मानित किया गया है।गिरिजा देवी ने गायन की सार्वजनिक शुरुआत 1949 में ऑल इंडिया रेडियो इलाहाबाद से की थी। उसके बाद 1946 में एक व्यापारी मधुसूदन जैन से उनका विवाह कर दिया गया। वह भी संगीत और कविता के प्रेमी थे। पति से समर्थन पाने के लिहाज से भाग्यशाली थी। शादी के एक साल बाद उन्हें एक बेटी हुई, उसके बाद भी उनके पति ने उनके संगीत के भविष्य का समर्थन करना जारी रखा।