हर क्षेत्र में अच्छे, बुरे लोग होते है, इसका मतलब उस विषय को ही गलत कह दे यह उचित नही। आप किसी विषय के तथ्य को समझे बिना उस विषय को गलत नही कह सकते। आधुनिक विज्ञान ने स्वरूप बदल कर विकास जरूर किया है लेकिन इसके हर स्वरूप का मूल विज हमारे वेदों और ज्योतिष ग्रंथो में मौजूद है। एक कहावत है कि जब व्यक्ति का बुद्धि भ्रष्ट होता है तो वह अपने जन्म देने वाले पिता को भी पिता मानने से इन्कार करता है, यही हाल आज के आधुनिक विज्ञान में है। आधुनिक विज्ञान ने विकास के आड़ में उस मोड़ पर लाकर खरा कर दिया है जहां सिर्फ और सिर्फ विनाश के सिवाय कुछ भी नही। भूत, वर्तमान और भविष्य का संकेत तो हमारे ग्रंथों में ऋषि मुनियों द्वारा पहले से ही लिखा जा चुका है। बेशक विज्ञान ने अपना विस्तार किया हो परंतु यह ग्रंथों के मूल विज से दूर नहीं है। ज्योतिष विषय को आधुनिक विज्ञान, अज्ञानी लोग एवं ढोंगियों ने भ्रामक विकृति फैला दिया है। मैं खुलकर कहता हूं कि पूरे विश्व भर के ज्योतिष के विरोधियों को जबाव देने के लिए तैयार हूं। यह ध्यान रहे फोन या सोसल मीडिया पर हमसे सवाल जवाब न करे। हमसे प्रत्यक्ष मिलकर सार्वजनिक मंच पर सवाल जवाब कर सकते हैं।