आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के यहां हाल ही में सीबीआई ने छापेमारी की है. इस कार्रवाई को लेकर बीजेपी और जेडीयू का अलग-अलग स्टैंड दिख रहा है. बीजेपी गरम है तो जेडीयू नरम. इसको लेकर बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा के सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने एबीपी न्यूज से बात की. उन्होंने कहा कि जेडीयू के वरिष्ठ नेता अशोक चौधरी सरकार में मंत्री भी हैं और पार्टी में जो दो, तीन या चार जो बड़े नेता हैं उनमें इनकी गिनती होती है. अशोक चौधरी ने खुद इस पर रिएक्शन दिया है.
सुशील मोदी ने कहा कि यह सारा मामला ललन सिंह, शिवानंद तिवारी, शरद यादव यही लोग 23 अगस्त 2008 को मनमोहन सिंह से मिलने गए थे और कहा था कि नौकरी के बदले जमीन लिखवाई जा रही है. इन्हीं लोगों ने दरखास्त दी थी, उन्हीं सब पर जांच हो रही होगी. सुशील मोदी बोले- "मैं नहीं समझता कि मुख्यमंत्री का जो बयान है वह कोई नरम है. उन्होंने सामान्य बात कही कि क्या मुद्दा है यह तो सीबीआई ही बता सकती है."
सुशील मोदी ने कहा कि यह सपने में भी कल्पना नहीं की जा सकती है कि नीतीश कुमार लालू यादव के साथ हाथ मिला सकते हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बहुत संभल कर बोलते हैं. बहुत नाप तोल कर शब्दों का प्रयोग करते हैं, इसलिए कोई नरमी का सवाल ही नहीं पैदा होता है.
18 राज्यों में हमारी सरकार
नीतीश कुमार के लालू से हाथ मिलाने के सवाल पर सुशील मोदी ने कहा कि यह नहीं हो सकता. मीडिया में 10 तरह का प्रचार चलता रहता है उसको दुष्प्रचार कहूंगा. नीतीश कुमार दोबारा कभी लालू से हाथ मिला सकते हैं. नीतीश कुमार की नरमी के सवाल पर उन्होंने अपना उदाहरण दिया. सुशील मोदी ने कहा कि मेरी पार्टी में मेरे अलावा इस पर कितने लोगों ने कहा? इसलिए ऐसा नहीं है कि हर पार्टी में हर आदमी बोलता है.
सुशील मोदी ने आगे कहा कि जब सीबीआई ने छापा मारा तो बिना बिहार पुलिस के सहयोग के छापा तो नहीं मारा होगा. बिहार पुलिस ने पूरा सहयोग किया. नीतीश कुमार को भी जानकारी मिली होगी. दूर-दूर तक नहीं लगता कि नीतीश कुमार कोई उम्मीदवार बनेंगे और नरेंद्र मोदी का मुकाबला करेंगे. यह सब ख्याली पुलाव है और ऐसा ना होने जा रहा है ना उनकी मन में कुछ है.
सुशील मोदी ने कहा कि यह सपने में भी कल्पना नहीं की जा सकती है कि नीतीश कुमार लालू यादव के साथ हाथ मिला सकते हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बहुत संभल कर बोलते हैं. बहुत नाप तोल कर शब्दों का प्रयोग करते हैं, इसलिए कोई नरमी का सवाल ही नहीं पैदा होता है.
18 राज्यों में हमारी सरकार
नीतीश कुमार के लालू से हाथ मिलाने के सवाल पर सुशील मोदी ने कहा कि यह नहीं हो सकता. मीडिया में 10 तरह का प्रचार चलता रहता है उसको दुष्प्रचार कहूंगा. नीतीश कुमार दोबारा कभी लालू से हाथ मिला सकते हैं. नीतीश कुमार की नरमी के सवाल पर उन्होंने अपना उदाहरण दिया. सुशील मोदी ने कहा कि मेरी पार्टी में मेरे अलावा इस पर कितने लोगों ने कहा? इसलिए ऐसा नहीं है कि हर पार्टी में हर आदमी बोलता है.
सुशील मोदी ने आगे कहा कि जब सीबीआई ने छापा मारा तो बिना बिहार पुलिस के सहयोग के छापा तो नहीं मारा होगा. बिहार पुलिस ने पूरा सहयोग किया. नीतीश कुमार को भी जानकारी मिली होगी. दूर-दूर तक नहीं लगता कि नीतीश कुमार कोई उम्मीदवार बनेंगे और नरेंद्र मोदी का मुकाबला करेंगे. यह सब ख्याली पुलाव है और ऐसा ना होने जा रहा है ना उनकी मन में कुछ है।