संवाद
पटना में रविवार को बड़ा हादसा टल गया था। पटना एयरपोर्ट से दिल्ली जा रहा स्पाइजेट का विमान टेकऑफ करते ही पक्षी से टकरा गया। इससे लेफ्ट इंजन में आग लग गई। उस वक्त विमान 2000 फीट की ऊंचाई पर था। पायलट कैप्टन मोनिका खन्ना ने सूझबूझ का परिचय देते हुए सबसे पहले जिस इंजन में आग लगी थी उसे बंद किया और विमान को सुरक्षित रनवे पर उतार कर 185 यात्रियों की जान बचाई।
हादसा कैसे हुआ और कैसे विमान की लैंडिंग कराई गई पूरी सिलसिलेवार जानिए… स्पाइसजेट के चीफ फ्लाइट ऑपरेशन कैप्टन गुरुचरण अरोरा ने बताया कि स्पाइसजेट की दिल्ली की फ्लाइट एसजी 723 के पटना एयरपोर्ट से रविवार काे दोपहर 12.03 बजे टेकऑफ करने के थाेड़ी देर बाद ही उसके इंजन नंबर वन में बर्ड हीटिंग हुई। बर्ड हिट हाेने की आवाज कैप्टन मोनिका खन्ना और काे-पायलट बलप्रीत सिंह भाटिया ने सुनी। इसके बाद फौरन ATC ने कैप्टन और काे-पायलट काे मैसेज दिया कि लेफ्ट इंजन से धुआं निकल रहा है और आग की लपटें निकल रही हैं।
पायलट कैप्टन मोनिका ने SOP के तहत क्विक रिसर्च हैंड बुक देखा और उस इंजन काे बंद कर दिया, जिससे धुआं और आग निकल रही थी। इसके बाद सूझबूझ से प्लेन की लैंडिंग कराई गई। सर्विस फ्लाइट में दाे इंजन इसलिए दिए जाते हैं कि किसी तरह की अनहोनी हाेने पर एक इंजन पर ही फ्लाइट की सेफ लैंडिंग कराई जाए। सिर्फ लड़ाकू विमान में एक इंजन हाेता है इसलिए इसके फेल हाेने पर पायलट की परेशानी बढ़ जाती है।
40 मिनट के लिए इमरजेंसी घोषित
एयरपोर्ट प्रशासन काे जैसे ही विमान में आग की सूचना मिली, इमरजेंसी घोषित कर दी गई। 40 मिनट तक एयरपोर्ट पर किसी भी विमान की लैंडिंग और टेकऑफ नहीं कराया गया। इस दाैरान करीब चार-पांच फ्लाइट पटना एयरपोर्ट के आसपास हवा में चक्कर लगाती रहीं। एयरपोर्ट निदेशक अंचल प्रकाश ने कहा कि हमें एटीसी से इसकी जानकारी मिली थी। किसी भी अनहोनी की आशंका काे देखते हुए रनवे पर एंबुलेंस, फायर टेंडर काे तैनात कर दिया गया था।
उड़ान भरते ही विमान में तेज धमाका
उड़ान भरते ही विमान में तेज धमाका हुआ। सभी यात्री सहम गए। हवा में विमान हिचकोले खाने लगा। यात्रियों ने विंडो से देखा कि एक इंजन से स्पार्क हाे रहा था। इससे अफरातफरी मच गई। पायलट ने कहा कि हालात नियंत्रण में है, पैनिक न हों, हम पटना एयरपोर्ट लौट रहे हैं। 185 यात्रियों में ज्यादातर पटना के थे। लैंडिंग के बाद 20 लाेगाें ने यात्रा रद्द कर दी। दिल्ली से एक खाली विमान करीब साढ़े पांच बजे पटना पहुंचा और छह बजे 165 यात्रियों काे लेकर रवाना हुआ।
विमान 2000 फीट की ऊंचाई पर था
जिस वक्त एटीसी को आग की लपटें दिखीं, उस समय विमान करीब 2000 फीट की ऊंचाई पर खगौल से आगे तक चला गया था। कैप्टन ने जिस इंजन में आग लगी, उसे फौरन बंद कर दिया और 12 बजकर 22 मिनट पर सुरक्षित इमरजेंसी लैंड कराई। लैंडिंग के वक्त भी विमान से आग की लपटें उठ रही थीं। विमान फुलवारीशरीफ के कई ऊंचे भवन, पेड़ से टकराते-टकराते बचा।
टेकऑफ के बाद ही विमान के लेफ्ट इंजन में आग लग गई। लैंडिंग के बाद आग बुझाई गई और यात्रियों को निकाला गया।
टेकऑफ के बाद ही विमान के लेफ्ट इंजन में आग लग गई। लैंडिंग के बाद आग बुझाई गई और यात्रियों को निकाला गया।
विमान में 185 यात्री, चार क्रू मेंबर, एक पायलट और एक काे-पायलट थे। सभी बाल-बाल बच गए। विमान लैंड हाेने के बाद सभी यात्रियों ने कैप्टन मोनिका काे शाबाशी देते हुए कहा- वेल डन मैम। आपकी वजह से सभी की जान बच गई। डीजीसीए और स्पाइस जेट की टेक्निकल टीम ने घटना के पीछे कारण बर्ड हीटिंग बताया है। डीजीसीए मामले की जांच कर रहा है।
22 साल पहले के हादसे को यादकर सहमे लाेग
स्पाइसजेट की फ्लाइट में आग लगने के बाद इस विमान में सवार यात्री के परिजनों को पटना में 22 साल पहले गर्दनीबाग में हुए विमान हादसे की याद ताजा हो गई। इससे वे लोग और सहम गए थे।