मिथिला हिन्दी न्यूज :- तेलंगाना राज्य 2 जून 2014 को आंध्र प्रदेश से अलग होकर भारत का 29वां स्वतंत्र राज्य बना. प्रधानमंत्री मोदी और उपराष्ट्रपति नायडू ने तेलंगाना स्थापना दिवस की बधाई दी है. वहीं, मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य के स्थापना दिवस पर अपने कार्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराया.तेलंगाना नाम तेलुगू अंगाना शब्द से लिया गया है जिसका मतलब होता है वो जगह जहां तेलुगू बोली जाती है। यह कभी हैदराबाद प्रांत का हिस्सा था जिसका 17 सितंबर 1948 में विलय हो गया था।
-इस क्षेत्र में पहले अलग-अलग समुदायों का राज रहा। हालांकि 1687 में यहां मुगलों के शासक औरंगजेब ने राज किया और फिर ब्रिटिश शासन तक यहां निजामों का ही राज रहा।
-निजामों ने ही 1799 में ब्रिटिश के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किए और देखते ही देखते हैदराबाद राज्य ब्रिटिश हुकूमत का पसंदीदा राज्य बन गया और निजामों के अधिकार छिन गए।
-स्वतंत्रता के बाद हैदराबाद के निजाम ने भारत सरकार के समक्ष प्रस्ताव रखा, जिसके अनुसार वो हैदराबाद राज्य को सरकार के अधीन नहीं बल्कि नियमों के तहत शाही राज्य का दर्जा मांग रहे थे लेकिन ऐसा हो नहीं सका और देखते ही देखते तुलुगू भाषी लोग 22 जिलों में बंट गए, जिनमें से नौ जिलों में निजामों का वर्चस्व कायम रहा।