मिथिला हिन्दी न्यूज :- केंद्रीय मंत्री और भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने मेकहा कि अल्पसंख्यक शब्द की समीक्षा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब वो वक्त आ गया है जब इस शब्द पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने ने एक महत्वपूर्ण सवाल भी उठाया। उन्होंने ने कहा जब मुसलमानों को लाभ दिया जाता है तो ऐसे में मुसलमानों को भी जाति की श्रेणी में रख कर उनकी जनगणना जाति के आधार पर कराई जानी चाहिए। बताते चलें आज जाति आधारित जनगणना को लेकर सर्वदलीय बैठक है। जिसमें सभी दलों के सदस्यों को भाग लेना है। ऐसे में बीजेपी के कद्दावर नेता और सांंसद गिरिराज सिंह का बयान महत्वपूर्ण है। गिरिराज सिंह ने कहा कि कहा कि जो लोग जाति और मुसलमान होने का लाभ लेते हैं। उनकी भी जनगणना की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, घुसपैठियों को जाति जनगणना से अलग किया जाना चाहिए। गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार में रोहिंग्या होंं या बांग्लादेशी घुसपैठिए इन्हें बिहार में होने वाली जातिगत जनगणना से बाहर रखे जाएं। उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना से 1991-92 में इस देश से निकाले गए लोगोंं और उनके परिवारों के भी गणना से बाहर रखा जाए।