पढ़ाने और सेवा देने का मौका : विद्यांजली योजना के तहत युवा पेशेवरों, सेवानिवृत्त शिक्षकों, सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारियों, गैर सरकारी संगठनों, निजी क्षेत्रों और कॉरपोरेट कंपनियों से जुड़े लोगों को सरकारी स्कूल में सेवा देने का मौका मिलेगा। यानि अगर कोई युवा या सेवानिवृत्त अधिकारी, स्वेच्छा से सरकारी स्कूल में पढाना चाहते हैं, बच्चों को अपने अनुभव का लाभ देना चाहते हैं, तो उन्हें मौका मिलेगा। इसी तरह अगर कोई निजी क्षेत्र की कंपनी किसी सरकारी स्कूल की आधारभूत संरचना को बेहतर करने के लिए मदद करना चाहती हैं, तो वह कर सकती है। विद्यांजली योजना को गया जिले में लागू करने के लिए जिला शिक्षा कार्यालय ने तैयारी शुरू कर दी है। इसको लेकर 25 जून को सभी बीईओ, बीआरपी, डाटा ऑपरेटर की बैठक हरिदास सेमिनरी स्कूल गई है। बैठक में स्कूलों को लेकर निर्देश दिए जाएंगे।
सभी स्कूलों का होगा रजिस्ट्रेशन: विद्यांजली योजना के तहत जिले के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए केंद्र सरकार द्वारा विद्यांजली योजना लायी गई है। | इसके लिएसभी सरकारी. स्कूलों को रजिस्ट्रेशन कराना है।गया जिले में स्कूल हैं।एक जुलाई से सभी स्कूलों का विद्यांजली पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएगा।
सभी सरकारी स्कूलों का रजिस्ट्रेशन होगा। विद्यांजली के पोर्टल पर सभी स्कूलों को अपनी आवश्यकता बतानी होगी यानि कुल कितने शिक्षक हैं, कितने शिक्षकों की कमी हैं, किन-किन विषयों के शिक्षक नहीं हैं, स्कूल में पठन-पाठन सामग्री की क्या स्थिति है, अन्यक्या जरूरतें हैं आदि। दूसरी तरफ अगर कोई व्यक्ति या महिला सरकारी स्कूलों में स्वेच्छा से पढ़ाना चाहती हैं, कोई संगठन या कंपनी मदद करना चाहती है, तो ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद बीईओ के नेतृत्व में आवेदन की जांच होगी और स्कूल में सेवा का मौका दिया जाएगा।