नवादा (नवादा )अलंगों आरियों पगडंडियों सा गांव का लड़का... कह कर उसके नहीं रूकने वाले कदमों पर बलिहारी जाते राष्ट्रीय कवि संजीव कुमार मुकेश ने काव्य मंजरी के पटल को खूब आनंदित किया। रविवार की देर शाम काव्य मंजरी 0.5 में बिन सावन के ही काव्य फुहारें बरसी और इसे विशिष्ट अतिथि संजीव कुमार मुकेश की कविता चांद फिर से आना देश... तथा व्यंग्य ई ससुरी चाय, बड़ी बलाय... ने यादगार बना दिया। काव्य मंजरी को तब दोबारा ऊंचाई मिली जब विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय शायर दानिश मोहम्मद खान ने वह एक शॉल थी, जिसका नाम आशिकी था...गजल से एक अलग मयार पर पटल को रख सबका मन मोह लिया। उनकी शेर-ओ-शायरी पर सब वाह-वाह कर उठे। राष्ट्रीय कवियों ने सभी कवियों की खूब हौसलअफजाई की और सबमें ऊर्जा भरी।
ब्यूरोचीफ आलोक वर्मा |
काव्य गोष्ठी के संयोजक सह समीक्षक राजेश मंझवेकर ने अतिथियों का स्वागत किया जबकि कार्यक्रम की शुरुआत अध्यक्ष गौतम कुमार सरगम द्वारा कहानी पर परिचर्चा से हुई। कवि नागेंद्र उपाध्याय ने हमारा काव्य मंजरी परिवार... गा कर खूब समां बांधा। शायर नादाँ रूपौवी ने चलो ख्वाजा के द्वार चलें गीत से बकरीद की शुभकामनाएं दी। नितेश कपूर ने नेताओं पर करारी चोट की। अमित कुमार अमित ने अब शहीदी दो मुझे से देशधर्म का बोध कराया। कवयित्री खुशबू ने मेरी कोई गलती नहीं थी... कविता से अपने दिवंगत भाई को भावनापूरित श्रद्धांजलि दी। गमगीन हो सकल पटल इसमें शरीक हुआ। कन्हैया जी ने मजदूरों की व्यथा सुनाई। शायर रेजा तस्लीम ने तुम जो कह दो अगर मैं जहां छोड़ दूं... गजल से खूब वाहवाही बटोरी। कवयित्री शीतल जेना ने खुद की तलाश और कलंक कविता से प्रभाव छोड़ा। कवि गौतम कुमार सरगम ने मगही गीत के जरिए बारिश की मनुहार की। सुरेंद्र कुमार सिद्धार्थ ने चाय पर चर्चा की। दयानंद गुप्ता ने भ्रूण हत्या पर मार्मिक प्रस्तुति दी। कवि शशि कुमार आंसू ने तू परेशान न हो... कविता से सावधानी भरी राह बतायी तो डॉ.शैलेंद्र कुमार प्रसून ने अपनी मगही पैरोडी से सबको हंसाया। कार्यक्रम संचालक कवि प्रभाकर प्रभू ने अपनी नज़्म सुनो ना... से अपने आप को देखने की गुजारिश कर छाप छोड़ी। कवि राजेश मंझवेकर ने मगही गीत हमर गांव के आरी, मनहारी... पर सबको झूमाया और फिर काव्य प्रस्तुतियों की समीक्षा की। गौतम कुमार सरगम के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।