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नरेंद्र सिंह के बहाने छलका सुनील सिंह का दर्द

अनूप नारायण सिंह 

बिस्कोमान के चेयरमैन व राजद विधान पार्षद सुनील सिंह ने अपने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से जो दर्द बयां किया है उसके बाद बिहार की राजनीति में बड़ा भूचाल आने के आसार नजर आ रहे हैं सुनील सिंह गंभीर रूप से बीमार पूर्व स्वास्थ्य और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह को शुक्रवार की देर शाम देखने पटना के डॉक्टर विजय प्रकाश के बिग हॉस्पिटल गए थे वहां से लौटने के बाद उन्होंने एक पोस्ट लिखा है जिसमें लिखा है कि यह तो संवेदनहीनता की प्रकाष्ठा है। जिस व्यक्ति के सौजन्य से पहली बार मुख्यमंत्री का कुर्सी पाया हो और जिस महान व्यक्ति के पुत्र के बैसाखी पर आज भी सरकार टिकी हो,उस सरकार के मुखिया को एक जाति विशेष से इतना घृणा और प्रतिशोध हो, मैं तो कभी कल्पना ही नहीं कर सकता था।पूरे बिहारवासी ईश्वर से कामना करते हैं कि जितना जल्द हो हमारे अभिभावक आदरणीय नरेंद्र बाबू स्वस्थ होकर हम लोगों के बीच में हो। राजद विधान पार्षद सुनील सिंह का इशारा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ है जो गंभीर रूप से बीमार पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह को देखने तक नहीं गए कल देर शाम नरेंद्र बाबू को देखने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी पहुंचे थे। बातचीत के क्रम में सुनील सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार का राजपूत जाति के प्रति नफरत का यह नमूना है नरेंद्र बाबू उन लोगों में शामिल थे जिन्होंने बिहार की सत्ता पर नीतीश कुमार को बैठाने के लिए अहम भूमिका अदा की आज जिस सरकार के मुख्यमंत्री हैं वह भी नरेंद्र बाबू के निर्दलीय विधायक पुत्र और उनके ही सरकार में मंत्री सुमित सिंह के बैसाखी पर टिकी है विधानसभा चुनाव के ठीक पहले नीतीश कुमार ने सुमित सिंह का टिकट काट दिया। पंचायत स्तरीय विधान परिषद चुनाव में नरेंद्र बाबू की पुत्रवधू सपना सिंह मजबूत दावेदार थी सभी समीकरण उनके पक्ष में थे राजपूत जाति के होने के कारण और नरेंद्र सिंह की पुत्रवधू होने के कारण उनका भी टिकट अंतिम समय में काट दिया गया सुनील सिंह ने कहा कि कि वे एक ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो राजपूत जाति के नेताओं को देखना नहीं चाहते नफरत करते हैं जब सरकार बनानी हो और संकट में हो तब इनको राजपूतों के सहयोग चाहिए विजयकृष्ण आनंद मोहन प्रभुनाथ सिंह और नरेंद्र सिंह इसके उदाहरण है। मधुबनी में राजपूतों का नरसंहार हुआ और ऐसा मुख्यमंत्री किसी ने नहीं देखा होगा जिसने सहानुभूति के दो बोल तक नहीं बोले सुनील कुमार सिंह ने कहा कि राजनीतिक विचारधारा अलग हो सकती है पर सुचिता होनी जरूरी है नरेंद्र सिंह सरीखे लोग बिहार के सभी दलों और सभी जनमानस में लोकप्रिय है। राजनीति में आने वाले नए लोगों के लिए भी नरेंद्र बाबू के दिखाए रास्ते अनुकरणीय
है। विधान पार्षद सुनील सिंह ने कहा आज पूरे बिहार की जनता जानना चाहती है कि गंभीर रूप से बीमार नरेंद्र सिंह से मुख्यमंत्री को क्या वैर है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र बाबू जल्द स्वस्थ होकर हम लोगों के बीच आएंगे

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