आज राजधानी पटना में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में विभागीय मंत्री सुमित कुमार सिंह ने विभाग के हिंदी के पुस्तकों का लोकार्पण किया इस अवसर पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मातृभाषा हिंदी में वो अपनत्व है जो सभी को एक सूत्र में बांधकर रखता है। हमारी हिंदी भाषा हमारी पहचान है और इस पहचान को सहेज कर रखते हुए इसे नए आयाम पर ले जाना हम सभी का कर्तव्य। बिहार हिंदी भाषी क्षेत्र है और हमारे मेधावी छात्र- छात्राओं में वो हुनर है कि वे हिंदी भाषा में तकनीकी शिक्षा हासिल कर सफलता की ऊंचाइयों को हासिल कर सकते हैं, लेकिन मौजूदा समय में विज्ञान एवं तकनीकी शिक्षा का माध्यम अंग्रेजी होने के वजह से हमारे बिहार के छात्र उस स्तर का प्रदर्शन नहीं कर पा रहे जिसके वो काबिल हैं। इस वास्तविकता को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा सात निश्चय-2 कार्यक्रम के अंतर्गत हिंदी भाषा में तकनीकी पुस्तकों को उपलब्ध कराए जाने का निर्णय लिया गया है, जिसे आज अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के सहयोग से पूर्ण किया गया। उन्होने कहा किइसी क्रम में आज विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग, बिहार सरकार द्वारा आयोजित हिंदी भाषा में तकनीकी पुस्तकों के विमोचन कार्यक्रम में शामिल हुए है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि बिहार जैसे हिंदी भाषी प्रदेश के तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में लिए गए इस कदम से दूरगामी एवं सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा किमैं इस बात को पूरे आत्मविश्वास के साथ कहता हूँ कि हमारा विभाग बिहार में तकनीकी शिक्षा को शीर्ष पर ले जाने की दिशा में मिशन मोड पर कार्य कर रहा है, वो दिन दूर नहीं जब हमारे राज्य की तकनीकी शिक्षा की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर होगी। मैं अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद को इस सराहनीय प्रयास के लिए हृदय की गहराइयों से आभार प्रकट करता हूँ।आज इस मौके पर अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष प्रोफेसर एम. पी. पुनिया जी, विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह जी, विभाग के निदेशक वैभव चौधरी जी, संकाय विकास कोषांग अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के निदेशक डॉ. अमित कुमार श्रीवास्तव जी, पटना तारामंडल के परियोजना निदेशक डॉ. अनंत कुमार जी, विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के तमाम पदाधिकारीगण एवं शिक्षकगण मौजूद रहे।