मिथिला हिन्दी न्यूज :- भगवान शिव शंभू के प्रिय मास श्रावण या सावन का प्रारंभ आज से है। पावन श्रावण मास में भगवान शिव और उनके परिवार की विधिपूर्वक पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन माह में भगवान शिव का अभिषेक करना बहुत ही फलदायी होता है, इसलिए सावन में लोग रुद्राभिषेक कराते हैं। सावन मास भगवान शिव की आराधना के लिए सबसे उत्तम माह माना जाता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि इस वर्ष श्रावण मास का प्रारंभ कब से हो रहा है? सावन सोमवार व्रत और मंगला गौरी व्रत कब कब हैं?सावन में तीन बार रवि योग रहेगा और और बाकी चार योग अलग-अलग दिन पर पड़ रहे हैं. पहला सोमवार 18 जुलाई को है और इस दिन शोभन और रवि योग रहेगा.
सावन का दूसरा सोमवार 25 जुलाई को है और इस दिन प्रदोष व्रत के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा. सावन का तीसरा सोमवार 01 अगस्त को है और इस दिन प्रजापति और रवि योग बनेगा. वहीं, 08 अगस्त यानी चौथे सोमवार को पुत्रदा एकादशी रहेगी. सावन में ये सभी शुभ मुहूर्त भगवान शिव की पूजा के लिए बहुत ही शुभ हैं.
सावन में आएंगे 7 खास व्रत त्योहार
सोमवार, 24 जुलाई- कामिका एकादशी
मंगलवार, 26 जुलाई- मासिक शिवरात्रि
गुरुवार, 28 जुलाई- हरियाली अमावस्या
रविवार, 31 जुलाई- हरियाली तीज
मंगलवार, 2 अगस्त- नागपंचमी
गुरुवार, 12 अगस्त- रक्षाबंधन