रक्षा बंधन पर्व को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा न करें।
12 अगस्त को शुभ मुहूर्त में ही मकनाएं रक्षा बंधन पर्व।
12 अगस्त, शुक्रवार को ही राखी पर्व मनाना उचित होगा, मिथिला क्षेत्रीय पंचांग एवं अन्य पंचांगों में अंकित भी है अतः किसी प्रकार से भ्रम की स्थिति पैदा करने का कोई गुंजाइश ही नहीं।
शास्त्रीय दृष्टि से देखा जाए तो कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय पंचांग अनुसार 11 अगस्त को राखी पर्व का विवरण नहीं है।
11अगस्त को सूर्योदय काल से रात्रि 08:32 तक भद्रा काल रहेगा, सहर के जाने माने पंडित पंकज झा शास्त्री ने कहा कि शास्त्रीय दृष्टि से एवं निर्णयसिंधु के अनुसार भद्रा काल में रक्षा बंधन पर्व मनाने का कोई उचित नहीं। 12 अगस्त को ही रक्षा बंधन पर्व मनाना उचित है।
कई कलेंडरो में 11 अगस्त को रक्षा बंधन पर्व दर्शाया गया है, जिसका दुष्प्रभाव देश और समाज पर भ्रम की स्थिति पैदा करना स्वाभाविक करता है।
शिक्षा विभाग सहित अन्य सरकारी संस्थानों में 11अगस्त को अवकाश बताया गया है, इसीलिए कर्मियों, आमजनो में रक्षा बंधन पर्व को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है।
पंडित पंकज झा शास्त्री ने बताया मिथिला क्षेत्रीय पंचांग सहित कई अन्य पंचांगों में 12 अगस्त को ही रक्षा बंधन पर्व बताया गया है जो उचित भी है।
12 अगस्त को रक्षा बंधन शुभ मुहूर्त प्रा 05:29 से दि 07:24 तक रहेगा।