मिथिला हिन्दी न्यूज :- बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नए मंत्रिमंडल (Bihar Cabinet Expansion List) में सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरणों का ध्यान रखने की कोशिश की गई है। इसके बावजूद कुछ जिले ऐसे हैं, जहां एक से अधिक मंत्री बनाए गए हैं, तो कई जिलों को अभी मंत्रिमंडल में कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। महागठबंधन को सबसे अधिक विधायक देने वाले शाहाबाद के बक्सर जिले को कोई मंत्री नहीं मिला है। इसी क्षेत्र के भोजपुर जिले को भी फिलहाल कोई मंत्री नहीं मिला है। जिलों की बात करें तो राज्य के 38 जिलों में 20 को ही मंत्री मिल पाया जबकि 18 जिले सूखे रह गए। इन 20 जिलों में समस्तीपुर, मधुबनी और गया ऐसे तीन जिले हैं जिनको 3-3 मंत्री मिला है। नालंदा, पटना, पूर्णिया, दरभंगा, कैमूर, सारण और रोहतास ऐसे जिले हैं जिनको 2-2 मंत्री मिला। एक मंत्री वाले जिलों में वैशाली, मधेपुरा, जमुई, गोपालगंज, शेखपुरा, बांका, अररिया, सुपौल, पूर्वी चंपारण और मुजफ्फरपुर शामिल हैं।नीतीश सरकार में जो जिले बिना प्रतिनिधित्व के रह गए उनमें अरवल, औरंगाबाद, बेगूसराय, भागलपुर, भोजपुर, बक्सर, जहानाबाद, कटिहार, खगड़िया, किशनगंज, लखीसराय, मुंगेर, नवादा, सहरसा, शिवहर, सीतामढ़ी, सिवान और पश्चिम चंपारण शामिल हैं।