संवाद
बिहार में एक तरफ अधिकतर नदियों में उफान है तो दूसरी ओर आसमानी आफत भी कम होने का नाम नहीं ले रही है. आलम ये है कि राज्य के 14 जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हो चुके हैं.
इस बीच प्रदेश के लोगों के लिए एक और बुरी खबर ये है कि लगभग एक हफ्ते बाद बिहार में मानसून फिर सक्रिय हो गया है. मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी से बिहार की तरफ आयी नमी युक्त हवाओं के कारण बिहार में अभी और बारिश के आसार हैं.
बता दें कि पटना मौसम केंद्र के पूर्वानुमान के मुताबिक पटना, बक्सर, भोजपुर, कैमूर, औरंगाबाद, रोहतास, अरवल, नालंदा, जहानाबाद, गया, नवादा, लखीसराय, शेखपुरा और बेगूसराय जिले बुधवार को वज्रपात के साथ बारिश की आशंका है। इन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। लोगों से खराब मौसम में सावधानी बरतने की हिदायत दी गई है। वज्रपात के दौरान पक्के मकान की शरण लें और पेड़ या खंभे के नीचे न खड़े रहें। उत्तर बिहार में बनी ट्रफ लाइन ने उसे और ताकत दी है. इससे प्रदेश भर में कई स्थानों पर 16 अगस्त तक भारी बारिश होती रहेगी.
मौसम विभाग का आकलन है कि मानसून इसी तरह सक्रिय रहा तो अगस्त के अंतिम हफ्ते से पहले बारिश का आंकड़ा एक हजार मिलीमीटर तक पहुंच जायेगा. यह अपने आप में रिकार्ड होगा. बता दें कि नेपाल में हो रहे भारी वर्षापात के कारण बिहार की अधिकतर नदियों में उफान है. खास तौर पर मिथिलांचल, सीमांचल और चंपारण के क्षेत्र में बाढ़ का कहर जारी है.