मिथिला हिन्दी न्यूज :- BPSC और BSSC जैसे बड़े परीक्षाओं में भी बिहार के जिलों से संबंधित सामान्य ज्ञान का प्रश्न पूछा जाता है। बहुत सारी गाइडों में गलत आंकड़े का उपयोग हुआ है। इसको देखते हुए हमारी टीम ने आंकड़े की जांच पड़ताल करने के बाद ही, इस लेख में आंकड़ों का उपयोग किया है। कृपया इस लेख को आखिर तक ज़रूर पढ़ें।
क्या आप जानते हैं कि पिछले 20 सालों से बिहार में कोई नया जिला नहीं बना है. वर्तमान वर्ष 2021 में बिहार में कुल जिलों की संख्या 38 है.बिहार का 38 वां जिला कौन है? बिहार का अंतिम बनने वाला जिला कौन सा है?इन दोनों ही प्रश्नों का उत्तर अरवल जिला है। अरवल जिला का गठन अगस्त 2001 में हुआ था। अरवल जिला इससे पहले जहानाबाद जिले का हिस्सा हुआ करता था। वर्तमान समय 2022 में भी बिहार में सिर्फ 38 जिले हैं। अगर आप से किसी भी प्रतियोगिता परीक्षा में यह प्रश्न पूछा जाता है कि बिहार में कितने जिले हैं? आपका उत्तर होना चाहिए बिहार में कुल 38 जिले हैं। पिछले 20 सालों से बिहार में कोई भी जिला नहीं बना है.
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 1951 में बिहार में जिलों की संख्या 18 थी। 1981 में जिलों की संख्या बढ़कर 31 हो चुका था। 1991 में बिहार में कुल जिलों की संख्या 55 हुआ करता था।
1 – पटना प्रमंडल के जिलों का नाम
जिलों की संख्या – 6
पटना, नालंदा, भोजपुर, रोहतास, बक्सर और कैमूर।
2 – तिरहुत प्रमंडल के जिलों का नाम
जिलों की संख्या – 6
पच्छिमी चम्पारन, पूर्वी चम्पारन, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर और वैशाली।
3 – सारण प्रमंडल के जिलों का नाम
जिलों की संख्या – 3
सारण, सिवान और गोपालगंज।
4 – दरभंगा प्रमंडल के जिलों का नाम
जिलों की संख्या – 3
दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर।
5 – सहरसा प्रमंडल के जिलों का नाम
जिलों की संख्या – 3
सहरसा, मधेपुरा और सुपौल।
6 – पुर्णिया प्रमंडल के जिलों का नाम
जिलों की संख्या – 4
पूर्णिया, कटिहार, अररिया और किशनगंज।
7 – भागलपुर प्रमंडल के जिलों का नाम
जिलों की संख्या – 2
भागलपुर और बांका।
8 – मुंगेर प्रमंडल के जिलों का नाम
जिलों की संख्या – 6
मुंगेर, जमुई, खगड़िया, लखीसराय, बेगूसराय और शेखपुरा।
9 – मगध प्रमंडल के जिलों का नाम
जिलों की संख्या – 5
गया, नवादा, औरंगाबाद, जहानाबाद और अरवल।
वर्ष 2022 में भी बिहार में कुल प्रमंडलों संख्या 9 है. आपको बता दें कि बिहार के जिलों की जनसंख्या अन्य राज्यों की तुलना में बहुत ज्यादा है. इसका मुख्य कारण माना जाता है कि पिछले 20 सालों से बिहार में कोई भी जिला नहीं बना है.