संवाद
बिहार में दाखिल-खारिज में मनमानी को लेकर सीओ के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया गया है। आवेदन रद्द करने वाले राज्य के 33 सीओ को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, आज से 4353 नए कर्मचारी काम करेंगे। इसको लेकर राजस्व और भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने कहा कि बिना सटीक कारण बताए दाखिल-खारिज से जुड़े आवेदन रद्द करने के कारण 33 सीओ पर गाज गिरा है और इन सभी सीओ को सस्पेंड कर दिया गया। इसके अलावा 100 से ज्यादा सीओ ऐसे हैं, जिन्हें शोकॉज किया जा चुका है। इन अधिकारियों पर अलग-अलग मामलों से जुड़े आरोप लगे हैं, जिसमें ज़मीन में गड़बड़ी की भी बात सामने आई है।
शोकॉज किए गए सीओ से स्पष्टीकरण मांगा गया है। अगर इन सीओ का दोष साबित हो गया तो इनकी नौकरी जानी तय है। सभी डीएम इसकी जांच में जुटे हुए है और जल्द से जल्द कारवाई करने की कोशिश कर रहे हैं। विभागीय मंत्री ने सचिवालय स्थिति अपने कार्यालय कक्ष में सोमवार को प्रेस वार्ता की, जिसमें उन्होंने कहा कि 4,353 राजस्व कर्मचारियों की पोस्टिंग ऑनलाइन रैंडम तरीके से मंगलवार को की जायेगी। इसके पीछे का मकसद ये है कि किसी की बहाली गृह जिले में नहीं हो। आपको बता दें, साल 2014 में इनकी नियुक्ति के लिए वेकन्सी निकाली गई थी। फिलहाल राज्य में 1800 राजस्व कर्मी हैं। इसके बावजूद कर्मचारियों की कमी आ रही है, जिन्हे जल्द से जल्द बहाल कर लिया जाएगा।
मंत्री रामसूरत राय ने कहा कि अप्रैल से जुलाई तक 270 अंचलों में एक हजार 1799 अतिक्रमण हटाये जा चुके हैं। इसमें कई मामलों से जुड़े जमीन शामिल है। बता दें, 1147 गैरमजरूआ आम ज़मीन है, जबकि 286 गैर-मजरूआ खास ज़मीन है, 198 मामले सरकारी जमीन, 10 कैसरे हिन्द जमीन, तीन खासमहाल से जुड़े जमीन हैं।