संवाद
बिहार में अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है. भोले-भाले लोगों को अपना निशाना बनाने के लिए वे अलग-अलग तरकीब बनाकर ठगी करने लगे हैं. हाल के कुछ महीनों में लगभग हर दिन साइबर फ्रॉडों ने बिजली कनेक्शन कटने की बात कहकर ठगी शुरू कर दी गई है. पुलिस के साइबर सेल की रिपोर्ट की मानें तो एक महीने में सिर्फ पटना जिले में साइबर अपराधियों ने बिजली कनेक्शन कटने के नाम पर लोगों से 50 लाख से ज्यादा पैसे उड़ा लिए.
ऐसी घटना लगातार हो रही है, जिसे नियंत्रित करने के लिए बिजली विभाग के अधिकारियों ने भी इओयू में शिकायत की थी. लोगों को जागरूक करने के लिए विभाग द्वारा लोगों से कई बार अपील भी की जा चुकी है कि बिजली कनेक्शन कटने के झांसे में न फंसे, इसके बाद भी इस तरह की शिकायतें मिल रही है. आमतौर पर किसी भी घर का बिजली कनेक्शन बुजुर्ग के नाम पर ही रहता है. बिजली बिल में बुजुर्ग का मोबाइल नंबर भी दिया रहता है. बिजली बिल में दिये गये मोबाइल नंबर की जानकारी साइबर बदमाशों तक किसी न किसी माध्यम से पहुंच जा रही है.
ये अपराधी इतने शातिर होते हैं कि किसी को फोन या मेसेज कर यह बताते हैं कि आपने जो रिचार्ज करवाया है, उसकी वैलिडिटी खत्म हो गई है. अगर जल्द दोबारा रिचार्ज नहीं किया, तो आज रात ही कनेक्शन काट दिया जायेगा. ऐसे लोगों के पास साइबर ठग मैसेज कर एक नंबर भेजते हैं, जिस पर कॉल कर मामले को सुलझाने की सलाह दी जाती है. नंबर पर बिजली ग्राहक द्वारा कॉल करते ही साइबर बदमाश बिजली कंपनी के अधिकारी बन जाते हैं और उन्हें बिजली बिल से जुड़ी जानकारी देते हैं, ताकि ग्राहक को विश्वास हो जाए. ग्राहक के झांसे में आते ही साइबर बदमाश उसके फोन पर एक ऐसा एप डाउनलोड करवा देते हैं, जिससे बाद वे आसानी से उनके मोबाइल फोन के सिस्टम में प्रवेश कर सकें. इसके बाद वे अकाउंट से राशि उड़ा लेते है.