मिथिला हिन्दी न्यूज :- जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी’ की असरदार टैगलाइन के साथ देश के लाखों लोगों को बीमा की सेवाएं देने वाले भारतीय जीवन बीमा निगम की स्थापना कई साल पहले एक सितंबर के दिन ही की गई थी।यह जब अस्तित्व में आया तो देशभर में चल रहीं सभी 245 बीमा कंपनियों के व्यवसाय का इसने अधिग्रहण कर लिया। देश को जिस वक्त आजादी मिली थी, उस वक्त अनेक बीमा कंपनियां देशभर में कार्यरत थीं। हालांकि आर्थिक अनियमितताओं के कारण इनके प्रति लोगों के मन में शंका बनी हुई थी। इन्हीं अनियमितताओं पर लगाम कसने के उद्देश्य से देशभर में जीवन बीमा के राष्ट्रीयकरण का कदम 19 जनवरी, 1956 को उठाया गया था।