अपराध के खबरें

बिहार के पिछड़ेपन के लिए नीतीश कुमार भी बराबर के जिम्मेवार, आठवीं बार मुख्यमंत्री बनने के बावजूद नहीं बदली बिहार की तस्वीर

अनूप नारायण सिंह 

पटना।आज लोजपा रामविलास के प्रदेश महासचिव और मुजफ्फरपुर जिले के सह प्रभारी रंजन सिंह ने पत्रकारों से बिहार में मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा हुई जिसमें उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार जो पिछले 17 साल से मुख्यमंत्री हैं यहां आज उन्हीं लोग के साथ पुनः गठबंधन किए जिनके विरोध में उन्होंने कभी मुख्यमंत्री के रूप में खुद को स्थापित किए थे जब 2015 में इनकी गठबंधन पहले हुई थी उस समय भी आज के मौजूदा मंत्रियों में 34 मंत्री ऐसे थे जिसके नाम पर मुख्यमंत्री जी को तब आपत्ति थी क्योंकि वह आपराधिक छवि के हैं आज 2022 में वही नाम के लोग पर मुख्यमंत्री जी को कोई आपत्ति नहीं है और मंत्री पद से नवाजे गए है। आखिर मुख्यमंत्री जी की ऐसी क्या मजबूरी हो गई कि जो लोग तब अपराधी के कहे जा रहे थे अब उनके नाम पर मुख्यमंत्री जी को कोई आपत्ति नहीं है। बिहार में जिस तरह से पिछले 10 साल में जो राजनीतिक अस्थिरता बिहार के अंदर पैदा हुआ है जिसका खामियाजा यहां के जानता को विकास,सुशासन,कानून व्यवस्था के रूप में भुगतना पड़ रहा है इसका जिम्मेदार कहीं ना कहीं सुशासन बाबू हैं 2012 से लेकर और 2022 तक लगातार अपने अलग-अलग राजनीतिक हथकंडा और प्रयोगशाला में खुद को मुख्यमंत्री के रूप में स्थापित किए हैं जिसका खामियाजा बिहार के जनता को भुगतना पड़ रहा है बिहार के विकास की गति मैं विराम लग गई है और अब जब बिहार इस आर्थिक संकट से गुजर रहा है जहां बिहार के जीडीपी 2021-21 में ₹679000 करोड़ का था और डेब्ट ₹ 1,77,000 करोड़ का था जो 2022-23 में लगभग 7:30 लाख करोड़ का अनुमानित है और डेप्ट लगभग प्रति वर्ष 30 हजार करोड़ रुपए से बढ़ रहा है ऐसी स्थिति में जब बिहार है तब मुख्यमंत्री जी का गांधी मैदान से 20 लाख रोजगार का दावा सिर्फ लोगों को लुभाने के अलावा कुछ भी नहीं है जहां वर्तमान में जीत बजट के 22% हिस्सा वेतन एवं पेंशन पर खर्च होता है वह भी सुचारू रूप से कर्मचारी एवं पेंशन भोगी तक नहीं पहुंच पा रहा है आए दिन गर्दनीबाग में धरना प्रदर्शन के रूप में आपको इसके सबूत मिल जायेंगे जिस तरह से बिहार में गलत नीतियों एवं कानून व्यवस्था के कारण व्यापार घटता जा रहा है और जो व्यापार थे वह भी बंद पड़ते जा रहे हैं जैसे रीगा चीनी मिल था और ऐसे कई सारे चीनी मिल है जो बढ़िया काम करते हुए में भी वह आज बंद पड़ा है। बिहार जब ऐसे आर्थिक समस्या से जूझ रहा है वहां पर रोजगार की बात मसाला वही दिखता है अगर ऐसी कोई योजना मुख्यमंत्री जी के पास रोजगार को लेकर थी तो पिछले 17 साल से चुप क्यों थे अब तक उन्होंने क्यों नहीं दिया और आज जब महागठबंधन की सरकार बन गई है तब उन्हें याद आई।बिहार में कानून व्यवस्था की बात करें तो कोई भी ऐसा दिन नहीं है जहां लूट हत्या इत्यादि बिहार के किसी जिले में नहीं हो रहा हो प्रशासनिक व्यवस्था कैसी है जहां बिहार में बिहार लोक सेवा आयोग आयोजित करता है परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो जाता है आपके बिहार में दरोगा सिपाही के बहाली में व्यापक पैमाने पर धांधली होता है मुख्यमंत्री जी पिछले 17 सालों से मुख्यमंत्री बने हुए हैं और आज के युवा जब बिहार से बाहर अपने शिक्षा एवं रोजगार के लिए जाता है तो वहां के व्यवस्था को इस्तेमाल करके वह हमें गौरवान्वित करता है लेकिन आखिर ऐसा बिहार में ऐसी क्या व्यवस्था है जहां बिहारी प्रतिभा निखर कर सामने नहीं आता हमारे नेता आदरणीय श्री श्री राम पासवान जी हमेशा कहते रहे हैं कि जब बिहारी युवा कोटा में पढ़ने जाते हैं तो वहां पर आने वाला बिहारी अव्यवस्था राजस्थानी यह एजुकेशन हब हमारे प्रदेश में क्यों नहीं खड़ा हो सकता है इस विषय पर भी मुख्यमंत्री जी के इच्छाशक्ति पर भी सवाल उठता है। बिहार के कानून मंत्री पर अगर किसी तरह का आरोप लग रहा है तो यह आरोप तो कोई भारतीय जनता पार्टी या लोक जनशक्ति पार्टी ने तो नहीं लगाया है आरोप भारतीय कानून के हिसाब से लगा हुआ है इसकी जांच करके उस पर कार्रवाई करनी चाहिए हम लोग तो चाहते हैं कि यहां पर सुशासन का राज स्थापित हो और जनता का भला हो जब 2020 के बिहार विधानसभा का चुनाव था और पहले चरण में जब मुख्यमंत्री जी के पार्टी की स्थिति खराब दिख रही थी तब वहीं रहने वाले हैं की तेजस्वी सरकार आ जाएगा आरजेडी का गुंडाराज कायम हो जायेगा और आज मुख्यमंत्री जी ऐसे ही व्यक्ति पर के साथ गठबंधन करके सरकार बना लिए अब मुख्यमंत्री जी के पास बिहार के विकास के लिए कोई वीज़न नहीं बचा है अब मुख्यमंत्री जी राजनीति के ऐसे वृक्ष के रूप में हो गए हैं जिनका फर्नीचर तो बन सकता है लेकिन वह फलदाई नहीं हो सकता दूसरी तरफ हमारे नेता चिराग पासवान बिहार के जन जन तक उनके दुख दर्द को समझने और बांटने के लिए बिहार के गांव गांव तक जा रहे हैं और हम अपने पार्टी के विजन डॉक्यूमेंट बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट को जन जन तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं आने वाले समय में हमारे नेता चिराग पासवान जी को बिहार की जनता मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है बिहार के जनता की एक नई उम्मीद बनकर हमारे नेता बिहार में लोगों तक पहुंच रहे हैं।

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