मिथिला हिन्दी न्यूज :- बिहार में जमीन , प्लाट एवं फ्लैट की खरीद बिक्री पुरे जोर पर है . बिहार के बांका , मधुबनी और लखीसराय जिले से सबसे ज्यादा राजस्व प्राप्त हुआ है . बिहार की राजधानी पटना ने रिकॉर्ड तोड़ 252 करोड़ रूपये के साथ सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला जिला बन गया है . मौजूदा वित्तीय वर्ष 2022-23 की फर्स्ट क्वार्टर में राजस्व उम्मीद से ज्यादा प्राप्त हुआ है . पहले तिमाही में 1320 करोड़ रुपए का लक्ष्य था परन्तु इस बार राजस्व 1338 करोड़ रूपये हासिल हुए है . बिहार के विकासशील जिले में शुमार मुजफ्फरपुर से 75 करोड़ रूपये प्राप्त हुए है वही मोतिहारी जिले से 68 करोड़ रूपये का राजस्व हासिल हुआ है . बिहार के कुछ जिलों के लक्ष्य हासिल कर लिया है . जबकि कुछ जिले अपने राजस्व राशी को पूरा करने के करीब ही है . बता दें की बांका , मधुबनी , लखीसराय , शिवहर , सीतामढ़ी , कैमूर , दरभंगा , सुपौल , मोतिहारी , सारण , मुंगेर , हाजीपुर , भागलपुर , सिवान , सहरसा , मुजफ्फरपुर , भोजपुर , औरंगाबाद , समस्तीपुर व अरवल ऐसे जिले है जो राजस्व लक्ष्य हासिल कर लिया है . जबकि किशनगंज और शेखपुरा ने अभी तक 90 प्रतिशत का राजस्व हासिल किया है .आइये जानते है जिलावार तरीके से कौन सा जिला किस पायदान पर है . इस कड़ी में बांका जिला सबसे आगे है . बांका जिला 17.61 करोड़ रूपये सेज्यादा का राजस्व हासिल किया है . दुसरे नंबर पर मधुबनी आता है जो 40.23 करोड़ अधिक प्राप्त किया है . तीसरे पायदान पर लखीसराय है जो कुल 12.22 करोड़ राजस्व हासिल किया है . इस कड़ी में निम्नलिखित वो तीन जिले है जो अपने टारगेट से पीछे चल रहे है . शेखपुरा को 6.63 लाख राजस्व मिला है . किशनगंज को 13.89 करोड़ और कटिहार को 27.99 करोड़ मिला है .