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कब से शुरू हो रही है मिथिलांचल का महापर्व छठ पूजा, जानें नहाय खाय, खरना सहित अन्य तारीखें

संवाद 
भगवान सूर्य को समर्पित महापर्व छठ पूजा हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन से अगले चार दिनों तक छठी माता और सूर्यदेव की पूजा-अर्चना की जाती है। छठ पूजा का व्रत काफी कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। क्योंकि इस दिन संतान के स्वास्थ्य, सफलता और दीर्घायु के लिए माताएं पूरे 36 घंटे का निर्जला उपवास करती हैं। इस वर्ष छठ पूजा 30 अक्टूबर को है। आइए जानते हैं इस वर्ष छठ पूजा की प्रमुख तारीखों के बारे में।

छठ पूजा 2022 शुभ मुहूर्त
30 अक्टूबर (संध्या अर्घ्य) सूर्यास्त का समय : शाम 5 बजकर 37 मिनट
31 अक्टूबर- सूर्योदय का समय - सुबह 06 बजकर 31 मिनट पर

छठ पूजा 2022 कैलेंडर

28 अक्टूबर 2022, शुक्रवार : नहाय खाय से छठ पूजा का प्रारंभ।

29 अक्टूबर 2022, शनिवार: खरना

30 अक्टूबर 2022, रविवार -छठ पूजा, डूबते सूर्य को अर्घ्य।

31 अक्टूबर 2022, सोमवार, उगते हुए सूर्य को अर्घ्य, छठ पूजा का समापन, पारण का दिन

पहले दिन नहाय खाय

नहाय खाय के साथ ही छठ पूजा का प्रारंभ हो जाता है।। इस दिन स्नान के बाद घर की साफ-सफाई करने के साथ ही शाकाहारी भोजन का सेवन किया जाता है।

दूसरे दिन खरना

छठ पूजा के दूसरे दिन को खरना के नाम से जानते है। खरना को लोहंडा भी कहा जाता है। इस दिन से व्रत शुरू होता है और रात में खीर खाकर फिर 36 घंटे का कठिन निर्जला व्रत रखा जाता है। खरना के दिन छठ पूजा का प्रसाद बनाया जाता है।

तीसरे दिन अस्तगामी सूर्य को अर्घ्य

खरना के अगले दिन यानी कार्तिक शुक्ल षष्ठी के दिन छठी मैया और सूर्य देव की पूजा होती है। छठ पूजा के दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है

चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य

छठ पूजा का समापन चौथे दिन किया जाता है। इस दिन 36 घंटे से किए जा रहे कठिन व्रत पारण किया जाता है और उगते हुए सूर्य का अर्घ्य किया जाता है

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