सिवान।सिवान के रहने वाले रिटायर्ड जज मोहम्मद अली फारुकी की पत्नी का इलियम बोन टूट जाने के कारण पिछले डेढ़ महीने से बिस्तर से उठना बैठना मुश्किल हो रहा था। पत्नी की तकलीफ देकर मोहम्मद अली पत्नी लेकर गोरखपुर पटना सिवान तथा अन्य बड़े शहरों के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर से दिखा चुके थे पर किसी के पास कोई इलाज नहीं था सब ने बेल्ट बांधने की सलाह दी थी बीमारी बढ़ती जा रही थी और दर्द भी इसी बीच किसी ने उन्हें सिवान के शांति हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ सुनीत रंजन के बारे में बताया। डॉ सुनीत रंजन ने बिना ऑपरेशन नई तकनीक से रिटायर्ड जज मोहम्मद अली फारुकी की पत्नी को 1 घंटे में चलने फिरने लायक बना दिया इस आशय की जानकारी रिटायर्ड जज ने अपने फेसबुक वॉल पर दी है। सिवान और आसपास के जिले ही नहीं पड़ोसी देश नेपाल के भी दर्जनों ऐसे मरीज ठीक हुए हैं जिनको कई बड़े हड्डी रोग विशेषज्ञों ने चलने फिरने से नकार दिया डॉ सुनीत रंजन कहते हैं कि आज का लेटेस्ट चिकित्सा विज्ञान हार नहीं मानता है उन्होंने खुद बाल विकलांगता तथा हड्डी रोग में विशेषज्ञता हासिल की है नवीनतम तकनीकों के आधार पर मरीजों का इलाज करते हैं। उन्होंने कहा कि सिवान उनका गृह जिला है यही कारण है कि बड़े शहरों में अपना हॉस्पिटल नहीं खोलकर उन्होंने सिवान को अपनी कर्मभूमि बनाई है वे चाहते हैं कि ग्रामीण इलाके के मरीजों को भी न्यूनतम दर पर बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा मिले। उन्होंने बताया कि हड्डी रोग से जुड़ी तमाम हड्डी और नस संबंधी बीमारियों का इलाज उनके पास उपलब्ध है।