मिथिला हिन्दी न्यूज पटना। पटना नगर निगम वार्ड 44 की निवर्तमान वार्ड पार्षद तथा पटना से मेयर पद की उम्मीदवार माला सिन्हा ने आज पत्रकारों से विशेष बातचीत में कहा कि मेरी जीत पटना की जीत होगी उन्होंने कहा कि चुनाव में हर किसी को चुनाव लड़ने का अधिकार है हर प्रत्याशी खुद को बेहतर साबित करने की कोशिश करता है पर उन्होंने 5 वर्षों तक वार्ड 44 के वार्ड पार्षद के रूप में जो काम किया है वही उनकी ताकत है और यही कारण है कि आज पटना के लोग उन्हें मेयर के रूप में देखना चाहते हैं। माला सिन्हा ने कहा कि वह अपने पति समाजसेवी सितेश रमन की प्रेरणा से राजनीति में आई 5 वर्ष पूर्व जब वार्ड 44 में वार्ड पार्षद के रूप में निर्वाचित हुई तो कई सवाल जेहन में थे पर उन्होंने पूरे वार्ड का कायाकल्प कर दिया यही कारण है कि पूरे पटना नगर निगम के 75 वार्डों में उनका वार्ड हर मानक पर नंबर वन की पोजीशन पर है। माला सिन्हा ने कहा कि बाकी लोग सिर्फ वादे कर सकते हैं पर उनके पास दिखाने के लिए वार्ड 44 का मॉडल है जब एक वार्ड पार्षद अपने दृढ़ इच्छाशक्ति से अपने वार्ड में सड़क बिजली पानी कचरा प्रबंधन छठ घाट का निर्माण पार्क का निर्माण स्वास्थ्य केंद्र राशन व्यवस्था का सुचारू वितरण जैसी बुनियादी समस्याओं का समाधान कर सकता है तो जब उस व्यक्ति को अगर आप पटना के मेयर की कमान सौंपे तो जाहिर सी बात है पटना का भी उसी द्रुत गति से विकास होगा माला सिन्हा ने कहा कि वे अपना मुकाबला किसी से नहीं मानती पटना की महान जनता ने उन्हें चुनाव में खड़ा कराया है वह पटना के मेयर पद के चुनाव के साथ ही साथ अपने वार्ड के लोगों के दबाव में वार्ड 44 से भी पार्षद का भी चुनाव लड़ रही हैं। माला सिन्हा ने कहा कि एक में अपने कार्यक्षेत्र में बहुत कुछ कर सकता है जो लोग बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं उन्हें भी पता है कि वे वादे पूरा नहीं हो सकते पर वह पटना के लोगों से वादा करते हैं कि वह मेयर बनती है तो पटना को कचरा जाम गंदगी अपराध से मुक्त कराएंगी शहर वासियों को
उन पर विश्वास करने के कई सारे मानक है वार्ड 44 में कोई भी व्यक्ति आकर घूम कर देख सकता है कि जिन जगहों पर कचरा फेंका जाता था वहां ग्रीन जोन बन गया है वार्ड में सुचारू रूप से तमाम सरकारी योजनाएं लागू हुई है जहां सरकारी राशि कम पड़ी वहां उन्होंने खुद के निजी कोष से विकास का काम किया ऐसी सड़कों का निर्माण हुआ जिस पर बरसों से अतिक्रमणकारियों का कब्जा था वार्ड के सरकारी जमीन को दबंगों से मुक्त करा कर उन पर विकास के कार्य किए गए घर-घर लोगों को सरकारी सुविधाएं पहुंचाई गई। एक सवाल के जवाब में माला सिन्हा ने कहा कि पूरे पटना नगर निगम क्षेत्र में 17 लाख से ज्यादा मतदाता है। जिनका साक्षरता दर सबसे ज्यादा है। उन्हें सिर्फ पटना की जागरूक जनता पर विश्वास है जिन्होंने पूर्व में वार्ड 44 में उन्हें मौका दिया और इस बार पटना उन्हें मेयर में मौका देंगे माला सिन्हा ने कहा कि वे जो काम कर सकती हैं उन्हीं कामों के बारे में चर्चा कर सकती हैं उनके पास कोई जादू की छड़ी नहीं है लोग जानते हैं पर एक योग्य जनप्रतिनिधि जरूर शहर की सूरत और सीरत बदल सकता है। पटना शहर की बुनियादी जरूरतों को वह समझती हैं 5 वर्षों का अनुभव भी है उन्हें पता है कि समस्या की जड़ कहां है और उसका समाधान कैसे हो सकता है अपनी चुनावी रणनीति का खुलासा करते हुए माला सिन्हा ने कहा कि उनके समर्थक सभी वार्डों में लोगों से संपर्क कर रहे हैं। उन्हें प्राथमिकताएं बता रहे हैं कि अगर माला सिन्हा को आप वोट देते हैं तो जरूर आपको इस बात का गर्व होगा कि जो जनप्रतिनिधि जीतकर आया वह आपका अपना है और सदैव आपकी सेवा में तत्पर रहेगा। ग्रीन पटना क्लीन पटना के कांसेप्ट के बारे में माला सिन्हा ने कहा कि यह कॉन्सेप्ट उनके पति सितेश रमन ने वार्ड 44 में लागू किया और जिसके काफी बेहतर परिणाम आए जिन इलाकों में दुर्गंध आता था वहां आप फूल नजर आते हैं जहां खाली जगह पर आवारा कुत्तों और सुअर का जमवाड़ा होता था वहां अब पार्क बन गया है जिस सरकारी जमीन पर लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा था वहां सम्प बना हुआ है।