कलश स्थापना के साथ शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन शैलपुत्री भगवती के प्रथम रूप की पूजा-अर्चना से प्रारंभ हुई। कलश स्थापना एवं पूजा-अर्चना को लेकर सम्पूर्ण क्षेत्र भक्ति भावना से विभोर हो गई है, सभी दिशाओं से दुर्गा सप्तशती के श्लोक " या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: से गुंजायमान होने लगी है। दरभंगा, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण,गोपालगंज,सीवान, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी और समस्तीपुर में आकर्षक ढंग से सजाया जा रहा है। वहीं जाले संवाददाता के अनुसार प्रखंड क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक स्थलो पर शरदीय नवरात्रि दुर्गा पूजा प्रारंभ हो गया है। घर घर से भगवती दुर्गा सप्तशती के मंत्रोच्चारण की ध्वनि से वातावरण भक्ति मय हो चला है। प्रखंड क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांवों में भव्य पंडाल व मंदिर प्रांगण में माता की प्रतिमा का पूजा-अर्चना प्रारंभ हो गया है। जाले स्थित माता जालेश्वरी सिद्धपीठ मंदिर का ग्रामीण द्वारा पूर्णोद्धार किया गया है, जिससे इसकी भव्यता देखने को बनती है। यहां विद्वान पंडितो द्वारा दुर्गा सप्तशती का अनवरत पाठ किया जा रहा है। वहीं इस अवसर पर कई पूजा पंडालों से शोभा यात्रा निकाली गई।