पप्पू कुमार पूर्वे
हरलाखी थाना क्षेत्र के हरिणे गांव में नवनिर्मित शौचालय की टैंक में घुसने से चार लोगों के मौत होई। मृतकों में एक राजमिस्त्री व तीन मजदूर शामिल है। चारों मृतक हरिणे गांव के ही रहने वाले थे। मृतक की पहचान श्याम साह के पुत्र रंजय साह (35) व संतोष साह(20), राम साह के पुत्र विकास साह (25) एवं कासिम साफी के पुत्र मो. कलाम साफी (26) के रूप में हुई है। रंजय साह राजमिस्त्री का काम करता था। अन्य तीन मजदूर का काम करता था। मृतकों में दो सगा भाई रंजय साह व संतोष साह शामिल है।इस घटना से गांव में अफरा-तफरी व कोलाहल मच गया। घटना स्थल पर ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। यह घटना गुरुवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे की बताई जा रही है। हरिणे गांव की समीना खातून का मकान निर्माण करा रही है। इस निर्माण कार्य में उक्त चारों व्यक्ति राजमिस्त्री व मजदूर के रूप में काम करता था। गुरुवार को भी उक्त चारों व्यक्ति काम पर आए थे। बताया जा रहा है कि सबसे पहले एक मजूदर शौचालय टैंक के अंदर शेटरिंग खोलने के लिए घुसा। टैंक के अंदर ऑक्सीजन की कमी से मजदूर का दम घुटने से मौत हो गई। जिसे देखने के लिए दूसरा मजदूर घुसा तो उसकी भी मौत हो गई। इसी तरह बारी-बारी से टैंक में घुसने पर चारों व्यक्ति की मौत टैंक के अंदर ही हो गई। इस घटना के बाद गांव में मातमी सन्नाटा छा गया। चीख-पुकार मच गई। मृतक के स्वजन का रो-रोकर बुरा हाल है। इस घटना की जानकारी मिलते ही थानाध्यक्ष अनोज कुमार, बेनीपट्टी के एसडीओ अशोक कुमार मंडल, सर्किल इंस्पेक्टर रंजीत कुमार निराला व सीओ सौरभ कुमार दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। इस दौरान मृतक के स्वजन व ग्रामीणों ने मृतकों के आश्रितों के लिए मुआवजे की मांग करने लगे। इस दौरान ग्रामीणों व पुलिस के बीच नोंकझोंक भी हुई।
पुलिस को ग्रामीणों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। अधिकारियों ने जब आवश्यक प्रक्रिया के बाद मुआवजा देने का आश्वासन दिया, तब माहौल शांत हुआ। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल, मधुबनी भेज दिया। एसडीओ अशोक कुमार मंडल ने बताया कि सरकारी नियमानुसार मृतकों के आश्रितों को मुआवजा दिलाने की पहल की जाएगी