अनूप नारायण सिंह
भारत-नेपाल सीमा पर तैनात 18वीं वाहीनी एसएसबी के हैडकांस्टेबल देवराज शर्मा का उनके पैतृक गांव थिसयुंडा में गुरुवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। बता दें कि एसएसबी की 18वीं बटालियन राजनगर अंतर्गत अर्राहा बीओपी में पदस्थापित 45 वर्षीय हेड कांस्टेबल देवराज निवासी सलूणी, जिला चंबा, हिमाचल प्रदेश रात्रि गश्त पर थे। इंडोनेपाल बॉर्डर पर शराब माफिया की स्कार्पियो ने एसएसबी हेड कॉन्स्टेबल को रौंद दिया।इससे गंभीर रूप से घायल जवान की मौत हो गई। मृतक जवान एसएसबी 18वीं बटालियन के अर्राहा बीओपी पर तैनात थे। सलूणी के किहार निवासी देवराज शर्मा बिहार के मधुबनी जिला के तहत लदनिया में शराब माफिया द्वारा गाड़ी से रौंदकर उन्हें मार दिया गया था। देवराज शर्मा की मृत्यु की खबर मिलने के पश्चात समूचे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।गुरुवार की सुबह करीब आठ बजे जब शहीद देवराज की पार्थिव देह को लेकर एसएसबी के जवान सलूणी पहुंचे, तो वहां पहले से तैयार प्रशासन की तरफ से एसडीएम सलूणी स्वाति गुप्ता, एसएचओ किहार हरनाम सिंह पुलिस टीम सहित सैकड़ों गाडिय़ों के काफिले के साथ देवराज शर्मा अमर रहे आदि नारे लगाते हुए पार्थिव देह को उनके पैतृक गांव तक ले जाया गया।देवराज का पार्थिव देह देख परिवार समेत वहां पर उपस्थित हर किसी की आंख से आंसू छलक पड़े। घर में सभी ने शहीद के अंतिम दर्शन किए। उसके पश्चात अंतिम संस्कार हेतु स्यूल खड्ढ किनारे ले जाया गया, शहीद जवान की 11 वर्षीय बड़ी बेटी दिव्यांशी शर्मा ने को मुखाग्नि दी। राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार कर किया गया।