प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए दुर्गा पूजा समिति के सचिव मुकेश भट्ट ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह पूजा वर्ष 2001 से शुरू हुई थी जो काफी छोटे स्तर से शुरू हुई थी लेकिन आज पूजा का बजट लगभग 1800000 रुपए का है, और इस बार जो पंडाल बन रहा है वह पूरा जिला में सबसे बड़ा पंडाल बन रहा है. जिसमें जानकी मंदिर नेपाल का प्रतिरूप बनाया जा रहा है.
इस बार जीएनएम का पंडाल पूरे जिले में आकर्षण का केंद्र रहेगा, पूजा पंडाल का कार्य महावीर डेकोरेटर चिरकुंडा के द्वारा किया जा रहा है, 25 मिस्त्री काम को अंजाम पहुंचाने के लिए दिन रात लगे हुए हैं, इसके साथ ही लाइटिंग का काम आर सी लाइट एंड साउंड बाघमारा को दिया गया है.
अंदर के मूर्ति का दृश्य दुर्गापुर के मशहूर चित्रकार तपन पाल के द्वारा केदारनाथ मंदिर का दृश्य अपने चित्रकारी के माध्यम से दर्शाने का काम करेंगे.
इसके साथ ही इस बार आकर्षण का मुख्य केंद्र में सप्तमी के दिन कलश यात्रा हेतु नव पत्रिका जल यात्रा रहेगा, जिसमें सभी माताएं बहने एवं पूजा समिति के सदस्य एक ही वेशभूषा और पगड़ी में रहेंगे.
प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से मुख्य संयोजक सरोज विश्वकर्मा अध्यक्ष शंकर जायसवाल कार्यकारी अध्यक्ष बिनोद रजक कार्यकारी अध्यक्ष मनोज राय कार्यकारी अध्यक्ष अशोक शर्मा सहसंयोजक पंकज सिन्हा कोषाध्यक्ष राहुल रजक वरिया कोषाध्यक्ष शैलेंद्र चौरसिया उपाध्यक्ष शैलेंद्र सिन्हा उपाध्यक्ष पिंटु दे सह सचिव संदीप जयसवाल, गणेश मोदक ,अमित रजक प्रकाश रजक कुलदीप सिंह गोपाल बोस रामजी हजारी चितरंजन कुमार राजेंद्र ठाकुर सचिन मोदक, राजा गुप्ता प्रदीप सिन्हा शिवम दसौंधी अमन जयसवाल निखिल राय ऋषभ रजक सुनील यादव करण रवानी जीत कुमार विवेक ठाकुर शेखर प्रमाणिक भोला मोदक अप्पू साहू बबलू शर्मा भीम महतो राजू महतो दीपू महतो रजत मोदक रोनित मोदक नीतीश जायसवाल विशाल जयसवाल आदि मौजूद थे.