संवाद
बिहार के नवादा में एक शिक्षिका की विदाई पर छात्राएं गले से लिपटकर रोने लगीं. बुधवार को राम लाल इंटर विद्यालय तारगीर में कुछ ऐसा ही देखने को मिला. जनवरी 2011 में शिक्षिका डॉ. विनीता प्रिया ने सामाजिक विज्ञान विषय के लिए योगदान दिया था. शिक्षिका ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि इस विद्यालय से जब वो जाने लगेंगी तो ऐसा दिन भी देखना होगा. बुधवार को करीब 11 साल बाद अपनी मर्जी से ट्रांसफर लेने के बाद डॉ. विनीता प्रिया विदा हो रही थीं.स्कूल से जाने के दौरान बच्चे कदम-कदम पर शिक्षिका डॉ. विनीता प्रिया का रास्ता रोके खड़े थे. कोई आंसू बहा रहा था तो कोई उन्हें विद्यालय से नहीं जाने की जिद पर रास्ता रोके खड़ा था. बच्चों की जिद के आगे शिक्षिका भी बेबस दिखीं. उनके भी आंसू निकलने लगे. वह भी छात्राओं के साथ रोने लगीं. इस दौरान विद्यालय के अन्य शिक्षक नौकरी में स्थानांतरण का हवाला देकर समझाते रहे पर छात्राएं कुछ सुनने को तैयार नहीं थीं.