भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने मंगलवार (18 अक्टूबर) को 3 साल के कार्यकाल के बाद पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को अध्यक्ष पद से हटा दिया और अब उनकी जगह 1983 विश्वकप में जीत दिलाने वाली टीम का हिस्सा रहे रोजर बिन्नी को निर्विरोध प्रेजिडेंट बना दिया है. रिपोर्ट्स के अनुसार गांगुली 2023 के वनडे विश्वकप तक अपने अध्यक्ष पद पर बरकरार रहना चाहते थे लेकिन बोर्ड के अधिकारी उनसे खुश नहीं थे, इसी वजह से उनके कार्यकाल को बढ़ाया नहीं गया.राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष चेतन शर्मा की किस्मत अधर में लटकी हुई है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) जल्द ही ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में टी20 विश्व कप के बाद इस समिति में फेरबदल कर सकता है. टीम चयन के मामले में हाल के दिनों में चेतन शर्मा और उनके पैनल के प्रदर्शन में निरंतरता नहीं रही है.
बीसीसीआई के अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि भारत टी 20 विश्व कप में कैसा प्रदर्शन करता है. बोर्ड में ज्यादातर लोग चेतन से बहुत खुश हैं, लेकिन वह तब तक बने रहेंगे जब तक बीसीसीआई नई क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) का चयन नहीं करता.
चेतन को अपने भविष्य के बारे के जानने के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा लेकिन ईस्ट क्षेत्र के प्रतिनिधि देबाशीष मोहंती को कुछ महीनों में अपना पद छोड़ना होगा क्योंकि वह जूनियर और सीनियर चयन समिति में कुल चार साल पूरे करेंगे. इस अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘अभय कुरुविला के साथ लागू हुआ नियम मोहंती पर भी लागू होगा. देबू (मोहांती) को 2019 की शुरुआत में जूनियर पैनल में सीओए द्वारा शामिल किया गया था और देवांग गांधी का कार्यकाल पूरा होने पर वह सीनियर समिति में आए थे