बिहार प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा निवेश आकर्षित करने के लिए अब कई जिलों में प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क बनाए जाएंगे. पीपीपी मॉडल पर बनाए जाने वाले प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क से राज्य का औद्योगिक माहौल बदलेगा. निर्यात कारोबार में इजाफा होगा. सरकार का ऐसा मानना है. जिन जिलों में प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क विकसित करने का इरादा है, उनमें पटना, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, बक्सर, भोजपुर, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, गया, जहानाबाद, नालंदा, नवादा, शेखपुरा, लखीसराय, बेगूसराय पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण,गोपालगंज,सीवान, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी शामिल हैं. प्रदेश में पहला एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल पार्क पटना के नजदीक गांधी सेतु में बनेगा. इस प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क के लिए जिले के जमीन चिन्हित की गई है. इन प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क में टेक्सटाइल और रेडीमेड गारमेंट, फूड प्रोसेसिंग, परफ्यूम, पीतल के उत्पाद, खिलौने और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाने वाले उद्योग लगाए जा सकेंगे.