मिथिला हिन्दी न्यूज :- नवरात्रि का पावन त्योहार अब समाप्त होने को आया है। इसकी दशमी तिथि पर दशहरे का पावन त्योहार मनाने की प्रथा है। मान्यता है कि इस दिन प्रभु श्रीराम ने रावण और देवी दुर्गा ने राक्षस महिषासुर का संहार किया था। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देता हैं। इसलिए इसे विजय दशमी भी कहा जाता है। बिहार के अलग-अलग जिलों में इसे कुछ खास तरीकों से मनाएं जाते हैं। ऐसे में आज हम आपको इस आर्टिकल में बिहार के 5 जगहों के दशहरा मेला के बारे में बताते हैं, जो पूरी दुनिया मे फेमस होते हैं।
1 - बिहार की राजधानी पटना में भी दशहरे के पर्व की रौनक देखते ही बन रही है. बता दें कि पटना के ऐताहासिक गांधी मैदान में रावण दहन किया जाएगा. यहां 1954 से दशहरा महोत्सव और रावण दहन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. हालांकि पिछले दो साल से कोरोना प्रतिबंधों की वजह से रावण दहन कार्यक्रम नहीं हो पाया था लेकिन इस साल बिना प्रतिबंधो के रावण दहन किया जाएगा. खास बात ये है कि इस बाद पटना के गांधी मैदान में इको फ्रेंडली रावण दहन होगा. गौरतलब है कि पटना के गांधी मैदान में रावण दहन को देखतने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं.
2- दरभंगा में इस बार रावण के साथ उसके भाई कुंभकरण के पुतले को भी जलाया जाएगा. विजयादशमी के दिन ज़िले के एकमीघाट राम जानकी मंदिर परिसर में रावण दहन कार्यक्रम भव्य तरीके से होता है. इस रावण दहन को देखने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचते हैं. दर्शकों की भीड़ को देखते हुए ज़िला प्रशासन के साथ यहां के रावण दहन पूजा कमेटी के द्वारा भी विशेष व्यवस्था रहती है. इस बार यहां रावण के साथ कुंभकरण को भी जलाया जाएगा. वहीं इस बार के रावण का पुतला लगभग 60 फीट की होगा.
3- भागलपुर में सीटीएस मैदान में पूरी भव्यता के साथ होगा रावण दहन - सीटीएस मैदान में इस बार 35 फीट का रावण, 30 का कुंभकरण और 25 फीट के मेघनाद का बनाया प्रतिरूप - 175 वर्षों से सीटीएस मैदान में होता आ रहा है रावण दहन, बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस धार्मिक कार्यक्रम का लेते हैं आनंद
4- समस्तीपुर में दशहरा के अवसर पर बुधवार को जगह-जगह रावण विध्वंस लीला का भी आयोजन होगा। जितवारपुर हाउसिंग बोर्ड के मैदान में रावण दहन की तैयारी चल रही है। पंजाबी कॉलोनी में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले को तैयार किया जा रहा है। पिछले एक महीने से कलाकार इसमें जुटे हुए हैं। राम-लक्ष्मण एवं हनुमान के नेतृत्व में बानरी सेना की भी तैयारियां चल रही है। राम की भूमिका में यशस्वी और लक्ष्मण की भूमिका में शास्वत हाेंगे। पुनीत तनेता रामभक्त हनुमान के रूप में दिखेंगे। रावण विध्वंस लीला में शामिल होने वाले कलाकारों को तैयार किया जा रहा है। वहीं पश्चिम चंपारण में बुधवार शाम को पुतला दहन होगा।
5 बेगूसराय में रावण की आदमकद प्रतिमा लगभग तैयार हो चुकी है। बताया कि प्रतिमा की उंचाई करीब 50 फीट होगी। विदित हो कि मंसूरचक का रावण दहण इस इलाके में काफी मशहूर है और इसे देखने मंसूरचक प्रखंड के अलावे बछवाड़ा, भगवानपुर, सीमावर्ती जिले समस्तीपुर के विभूतीपुर व दलसिंहसराय प्रखंड से अच्छी खासी संख्या में लोग आते हैं। रावण दहन में आने वाली भारी भीड़ को नियंत्रित करने व यातायात सुचारू रूप से जारी रखने के लिए प्रशासन ने भी पूरी तैयारी कर रखी है।