मिथिला हिन्दी न्यूज :- बिहार के भोजपुर, बक्सर, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, अरवल, जहानाबाद , गया, नालंदा, नवादा, शेखपुरा, लखीसराय, बेगूसराय, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, पूर्णिया, कटिहार और किशनगंज नालंदा, नवादा, गया, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद,रोहतास, कैमूर, भोजपुर, बक्सर, लखीसराय, बेगूसराय, सहरसा,सीतामढ़ी, दरभंगा, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, पूर्णिया, कटिहार और किशनगंज जिलों में तीन साल के बच्चों के लिए बाल वाटिका (प्ले स्कूल) खुलेगी। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत शिक्षा मंत्रालय ने चालू वित्त वर्ष में सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में भी 3,417 बाल वाटिका खोलने की सहमति देते हुए बिहार सरकार को चिट्ठी लिखी है। अगले कुछ सालों में चरणबद्ध ढंग से विद्यालयों में बाल वाटिका और स्मार्ट कक्षा तैयार की जाएंगी। इनमें तीन साल तक के बच्चों की नर्सरी क्लास संचालित होंगी। राज्य में जिन आंगनबाड़ी केंद्रों के एक किमी के दायरे में प्रारंभिक विद्यालय नहीं है उनमें भी बाल वाटिका खुलेगी। राज्य में 70 हजार से ज्यादा प्रारंभिक विद्यालयों से आंगनबाड़ी केंद्रों को संबद्ध किया जा चुका है। इन केंद्रों की आंगनबाड़ी सेविकाओं को बच्चों को नर्सरी कक्षा में पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित करने का काम शुरू कर दिया गया है।